पीलीभीत सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है, जबकि 32 से ज्यादा लोग घायल बताये जा रहे हैं। अभी तक की पुलिस की प्रथम जांच में पिकअप चालक को नींद की झपकी आने की वजह से यह दुर्घटना हुई है। घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश के मुताबिक, जनपद पीलीभीत से शनिवार की सुबह करीब चार बजे यात्रियों से एक भरी बस लखनऊ से टनकपुर पूर्णागिरी दर्शन के लिए जा रही थी। बस में करीब 40 लोग सवार बताये जा रहे हैं। पुरनपुर से एक पिकअप आ रही थी।
सोहरामऊ के बॉर्डर के पास चालक की आंख झपकी और पिकअप सीधे बस में जा टकराया। दोनों वाहनों के आपस में टकराव के बाद बस पलट गई। हादसे में आठ लोगों की जान चली गई जबकि 32 लोग घायल हो गए। आसपास के लोग हादसे की खबर सुनकर मौके पर पहुंचे। पुलिस भी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और हादसा देख तुरंत रेस्क्यू के लिए जेसीबी मंगवाई। इसके बाद सभी घायलों को निकाल कर उन्हें अस्पताल भिजवाया गया। शवों को गाड़ी से पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए गये हैं।
अधिकारिक तौर पर सात लोगों के मरने की बात की जा रही है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
एसपी ने बताया कि मृतकों में अभी तक पांच लोगों की पहचान हो पायी है। इनमें लखनऊ के महानगर निवासी मोहन की पत्नी कलावती, मोहन बहादुर, आशाराम बापू विजय नगर मोहल्ला निवासी ललित विश्वास की पत्नी दीपा विश्वास, बहराइच के नानपारा बंजरिया निवासी नवाब और लखनऊ के गोमतीनगर निवासी श्याम है। अभी तीन शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
घायलों में राजेश, अरविंद कुमार, शकील, श्याम बंजरिया, रामकुमार, आनंद कुमार, अमित सिंह, रफीक मुहल्ला, शेर मोहम्मद, गुड्डू और दीपक निवासी सेहरामऊ का अस्पताल में इलाज चल रहा है।