…तो क्या इंडिया के इन पाकिस्तान प्रेमी फ़िल्मी सितारों के विरुद्ध होगी फेरा-ईडी-आयकर विभाग और डीआरआई की जांच?

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मुंबई।। एक तरफ पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा तो वहीँ भारतीय फ़िल्मी सितारों का पाकिस्तान प्रेम भी कम होने का नाम नहीं ले रहा। पिछले दिनों पाकिस्तान में गायक मीका सिंह के शो के बाद काफ़ी हंगामा हुआ, जिसके बाद पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों के समर्थक रेहान सिद्दीक़ी के शो में शरीक होने वाले भारतीय कलाकारों की बात सामने आई।

पूर्व में भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय में मीडिया कंसल्टेन्ट रहे विवेक बंसल और सांसद राहुल शेवाले ने ट्वीट कर यह स्पष्ट किया कि जो भी भारतीय फ़िल्मी सितारे पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों के समर्थक रेहान सिद्दीक़ी के शो का हिस्सा हैं, उनकी जाँच होनी चाहिए। विवेक बंसल ने ट्वीट कर स्पष्ट किया कि रेहान पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों समर्थक है और ऐसे शख़्स के साथ हमारे फ़िल्मी सितारे शो कर रहे हैं।

ग़ौरतलब है कि बॉलीवुड के सितारे ये शो ऐसे समय में कर रहे हैं, जब बॉर्डर पर पाकिस्तान आतंकवादी गतिविधि को बढ़ावा दे रहा है और आए दिन सीज़फ़ायर का उल्लंघन कर रहा है। ख़बर लिखने के एक दिन पहले जब इन सितारों से इस संदर्भ में जानकारी लेने की कोशिश की गई तो कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जब हमने दिलजीत दोसांझ की बिज़नेस मैनेजर सोनाली से बात किया और इस संदर्भ में जानकारी माँगी, तब उन्होंने दो टूक जवाब दिया और कहा कि हम ये शो किसी और प्रमोटर के साथ कर रहे हैं।

उसके बाद जब हमने दिलजीत दोसांझ के शो की डिटेल्स भेजी, उसके बाद भी उन्होंने वही जवाब दिया कि हम इससे ज़्यादा कुछ नहीं कहेंगे। देश के दुश्मन के लिए शो करने वाले देशी कलाकार की मैनेजर का यह जवाब हैरान कर देने वाला था।

सैफ़ अली ख़ान, सलमान ख़ान, दिलजीत दोसांझ, मीका सिंह, गुरु रंधावा, सोनू निगम और श्रेया घोषाल जैसे सितारों के नाम सामने आए हैं, जो इस रेहान सिद्दीक़ी के साथ शो करने वाले हैं या कर चुके हैं।

गत दिनों जब कश्मीर से अनुच्छेद ३७० हटाया गया, तब पाकिस्तान के कई कलाकारों ने इसका विरोध किया, जैसे कि आतिफ़ असलम। इन पाकिस्तानी कलाकारों ने भारत सरकार की निंदा की, लेकिन फ़िल्म इंडस्ट्री के सितारों के मुँह पर ताला लगा रहा। किसी ने न तो आतिफ़ की आलोचना की, न ही ३७० पर अपनी कोई राय स्पष्ट की। जबकि आतिफ़ के करियर ग्राफ़ पर ग़ौर करें, तो जिन गानों की वजह से वे चर्चा में आए उसका श्रेय बॉलीवुड को ही जाता है।

फ़िल्मी हस्तियों की ख़ामोशी के पीछे का राज़ क्या है? ऐसा कौन सा दबाव है, जो सितारों का पाकिस्तान प्रेम कम नहीं हो रहा? ऐसे कई सवाल हैं, जो फ़िल्म इंडस्ट्री के तमाम ज़िम्मेदार सितारों को सवाल के घेरे में खड़ा करते हैं।

ऐसी परिस्थिति में जब पाकिस्तानी सरकार अपने उच्चायुक्त को भारत में नहीं भेजता और भारतीय उच्चायुक्त को पाकिस्तान छोड़ने की बात करता है, तब हमारे सितारों का रेहान जैसे पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के समर्थक से गलबहियाँ करना कितना उचित है। जब समझौता एक्सप्रेस और बस सेवाएँ ठप हैं, तब ऐसी स्थिति में फ़िल्मी लोगों का पाकिस्तान प्रेम क्यों उमड़ रहा है?

क्या ऐसे फ़िल्मी सितारों की सम्पत्तियों की जाँच नहीं होनी चाहिए, जो ऐसी गतिविधि में संलिप्त है? क्या फेरा, ईडी, आयकर विभाग और डीआरआई जैसी जाँच एजेंसियों को इन सितारों की इनकम के सोर्सेज़ की जाँच नहीं करनी चाहिए? कहीं हमारे भारतीय कलाकार आतंकियों के मंसूबे का शिकार तो नहीं हो रहे?

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