राष्ट्र सेवा: जो देश के दुश्मनों के छक्के छुड़ाए, सोसाइटी ने उतारा मौत के घाट

img

अजब-गजब॥ बचपन से ही देश व समाज के लिए कुछ करने के जुनून लिए करीब 17 वर्षों तक सेना में नौकरी कर सेवानिवृत्त के बाद जब ‘जी’ नहीं माना तो राष्ट्र सेवा में सक्रिय हो गए।

Surendra mishra na kar seva me nibhai sacraya bhumika

राम जन्मभूमि आंदोलन व कार सेवा में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पूर्व सैनिक सुरेंद्र कुमार मिश्र कुछ ही दिनों में क्षेत्र ही नहीं पूरे जनपद में एक हिंदूवादी नेता के रूप में पहचान बनाई। मूलतः जनपद के विकास खंड रुपईडीह के कस्बा खरगूपुर के एक छोटे से गांव भगवानदीन पुरवा में जन्मे सुरेंद्र मिश्र मिलनसार स्वभाव होने के कारण कुछ ही समय में पूरे क्षेत्र में वह काफी लोकप्रिय हो गए।

लोग बताते हैं कि सेना में नौकरी के दौरान जब वह अपने घर पर आते थे। तब भी घर पर कम समय देकर क्षेत्र में लोगों से मिलना जुलना उनका कुशलक्षेम पूछना, उनकी आदत में शुमार था।

Related News