कैसरगंज के बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें आसान होते नहीं दिख रही हैं, पत्रकारों के खिलाफ अनर्गल लिखने और अपमानजनक भाषा शैली के कारण लखनऊ की विशेष अदालत ने पत्रकार डॉ मोहम्मद कामरान द्वारा दर्ज मानहानि के मामले में जमानत अधिपत्र जारी करते हुए दिनांक 03.03.2024 को न्यायालय में हाज़िर होने के आदेश जारी किए गए हैं ।
ये पहला मामला नही है जब सांसद द्वारा निजी ठेकेदार कंपनी वीना ट्रेड्स के फर्जीवाड़े से
संबंधित समाचार को प्रकाशित करने से रोकने हेतु पत्रकारों पर ब्लैकमेलर का आरोप लगाते हुए शासन प्रशासन को पत्र जारी किया गया। उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम में वीना ट्रेडर्स द्वारा करोड़ों रुपए का हेर फेर के घोटाले की खबरें लिखे जाने पर कैसरगंज संसद सदस्य बृजभूषण शरण सिंह द्वारा शासन प्रशासन को कुश्ती का अखाड़ा बना दिया और खबर लिखने वाले पत्रकार के ख़िलाफ़ साम, दाम, दंड, भेद के सारे दांव आज़माइश पर लगा दिए लेकिन दमदार, ईमानदार खबरनवीस से सामना था, साथी बाराती यहाँ तक पत्रकारों के तमाम संघठन चुप्पी मारकर बैठे रहे, ऐसा लगता था कि बाहुबली के नाम से ही चौथे स्तंभ की मज़बूत दीवार हिलने लगती है लेकिन कुश्ती नरेश के सारे दांव से बिना डरे निडर भाव से स्वतंत्र पत्रकार डॉ मोहम्मद कामरान पत्रकारो के हितों के लिए चल रहा संघर्ष रंग लाएगा ।
सांसद बृजभूषण का इतिहास और भूगोल कौन नही जानता, भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी दबंगई का बखान खुद ही कर डाला. उन्होंने एक मंच को साझा करते हुए कहा कि शुरुआत से ही उनका दबदबा कायम है. इतना ही नहीं भाजपा सांसद ने कहा कि वह 8वीं में तीन बार फेल हो गए थे. परीक्षा के दौरान बगल बैठे छात्र से कॉपी लिखने के लिए कहा तो मना करने पर उसका पैर-हाथ तोड़ने की धमकी दे दी थी तो ऐसे में पत्रकारो के लिए कुछ भी लिखने वाले संसद सदस्य की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है।
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