रायबरेली। न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर रायबरेली में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, देशभक्त नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 125वीं जयन्ती ‘पराक्रम-दिवस‘ के रूप में मनाई गयी।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य शतारकेश्वर सिंह जी ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानाचार्य जी के अतिरिक्त विद्यालय में उपस्थित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं बच्चों ने भी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को पुष्प अर्पित किये।
जयंती के अवसर पर बच्चों के लिए अपने सम्बोधन में विद्यालय प्रधानाचार्य श्री सिंह जी ने नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की भावनाओं को काव्य पंक्तियों के माध्यम से व्यक्त करते हुए कहा – ”लिख रहा हूँ मैं अन्जाम जिसका, कल आगाज आयेगा, मेरे लहू का हर एक कतरा, इंकलाब लाएगा,
मैं रहूँ या न रहूँ, पर यह वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पे, मरने वालों का सैलाब आएगा।“
आगे नेताजी के सम्बन्ध में बताते हुए कहा कि वे आजाद हिन्द सेना के संस्थापक होने के साथ ही भारत की स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाने वाले लोगों में से एक थे। वे एक क्रांतिकारी नेता थे। उन्होंने देश की आजादी के लिए जिस तरह लड़ाई लड़ी, वह देश भक्ति की अनुपम मिसाल है।
नेताजी को भारत की आजादी की आखिरी लड़ाई का पहला सैनिक कहा जाय तो बिल्कुल गलत नहीं होगा। उनका सम्पूर्ण जीवन प्रेरणा से युक्त अनुकरणीय है। उनके जन्मदिवस पर हम सभी उन्हें नमन करते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के को-आर्डिनेटर संतोष श्रीवास्तव, नितिन सिंह, आदित्य मिश्रा, रमाशंकर पाठक, प्रमांशु श्रीवास्तव, एवं अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं और कर्मचारी उपस्थित रहे।