उत्तराखंड के नैनीताल में वर्षों के बाद दिखाई दिया ऐसा विचित्र सांप

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आइए आज सांपों को लेकर कुछ चर्चा की जाए । इन दिनों पूरे देश भर में बारिश का मौसम चल रहा है । ऐसे में शहरों से लेकर गांव और खेतों में सांपों की आवाजाही बहुत बढ़ जाती है । इसका सबसे बड़ा कारण यह रहता है एक बारिश होने से अधिकतर सांपों के बिलों में पानी भर जाता है जिससे यह जीव बाहर निकल आते हैं ।

वैसे इन दिनों सांपों का दिखाई पड़ना एक आम बात भी मानी जाती है । लेकिन आज उत्तराखंड में एक ऐसा विचित्र, दुर्लभ सांप दिखाई दिया है जो भारत में कभी-कभार ही देखने को मिलता है । आइए आपको देव भूमि की झीलों की नगरी यानी नैनीताल लिए चलते हैं । नैनीताल के कुररिया खट्टा गांव में यह दुर्लभ प्रजाति का सांप एक घर से मिला है ।

इस सांप को कोरल कुकरी कहां जा रहा है । इसका रंग पूरी तरह लाल है, यह सांप घर में छुपा हुआ था । जब इस विचित्र सांप मिलने की जानकारी हुई तो मौके पर लोगों की भारी भीड़ लग गई । इसे देखने के लिए लोगों में उत्सुकता बनी रही । घर में छुपे हुए इस सांप की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग के कर्मचारियों ने इसे निकाला ।

82 साल पहले दिखाई दिया था इस प्रकार का सांप–

आज उत्तराखंड के नैनीताल में दिखाई दिया विचित्र सांप लगभग 82 वर्षों के बाद दिखाई दिया है । इसको देखने के बाद नैनीताल के लोग पहले समझ नहीं पाए कि यह जीव सांप है या कुछ और है । जब मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची तब उन्होंने जानकारी दी । हम आपको बता दें कि यह सांप इससे पहले उत्तर प्रदेश में दिखाई दिया था ।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस विचित्र सांप को पहली बार 1938 के आसपास यूपी के लखीमपुर जिले में दिखाई पड़ा था । इसके बाद इसे वैज्ञानिक नाम ‘ओलिगोडोन खेरिएन्सिस’ दिया गया । इस सांप को कुकरी इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि यह गोरखाओं के कुकरी की तरह होता है ।

इस सांप के दांत कुखरी के ब्लेड की तरह घुमावदार होते हैं । वन विभाग के अधिकारियोंं ने ने बताया कि नैनीताल जिले के कुररिया खट्टा गांव के निवासी कविंद्र कोरंगा ने एक सांप से बचाव के लिए मदद मांगी थी । जब हम वहां गए, तो ग्रामीणों ने सांप को पकड़ लिया और उसे प्लास्टिक की बोरी में बंद कर दिया ।

कोरल कुकरी विचित्र प्रजाति का सांप कम ही दिखाई पड़ता है–

गौरतलब है कि हमारा देश भारत को पहले सांपों का देश कहा जाता था । उस समय यह देश की पहचान ही सांपों से होती है । भारत में भी विभिन्न प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं । नॉर्थईस्ट के राज्यों और केरल के चाय बागानों में आज भी विभिन्न प्रजातियों के सांप देखने को मिल जाते हैं ।

आप अगर दक्षिण के राज्यों में जाएंगे तो कई विभिन्न प्रजातियों के सांप ऐसे भी हैं जो आपको पेड़ों पर या खंभों पर दिखाई पड़ जाते हैं । लेकिन नैनीताल में मिलने वाले यह दुर्लभ प्रजाति के सांप कोरल कुकरी अब देश में बहुत ही कम देखने को मिलता है । नैनीताल में मिले इस दुर्लभ प्रजाति के सांप को देखकर वन विभाग की टीम आश्चर्यचकित थी ।

बाद में इस सांप को वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगल में छोड़ दिया । दूसरी ओर यह भी बताया जा रहा है कि इससे पहले उत्तराखंड में इस प्रकार का सांप अब तक दो बार ही दिखाई दिया है । हमारे देश में सदियों से सांपों की पूजा करने की परंपरा रही है । विशेष तौर पर नागपंचमी पर देश भर में नाग देवता को दूध पिला कर आशीर्वाद भी लिया जाता है ।

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