पटना ।। वाइफ ऐश्वर्या से तलाक मामले में परिवार से नाराज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव रविवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि घर व बाहर की लड़ाइयां अलग-अलग हैं। उन्होंने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ अपना सुदर्शन चक्र उठा लिया है। साथ ही यह भी कहा कि वे फिलहाल घर नहीं जा रहे, अभी जनता का हाल जानने जाएंगे।
विदित हो कि तेजप्रताप यादव बीते दो नवंबर को वाइफ ऐश्वर्या राय से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करने के बाद घर से दूर हैं। पिता लालू प्रसाद यादव व मां राबड़ी देवी सहित पूरा परिवार तलाक के मामले में उनके खिलाफ है। इससे नराज होकर घर से दूर काशी-वृंदावन गए तेजप्रताप तलाक के मुकदमे की पहली सुनवाई के दिन पटना लौटे ताे उम्मीद जगी कि वे अब घर में रहेंगे। लेकिन तेजप्रताप पटना में रहकर भी घर से दूरी बनाए हुए हैं। इस बीच उन्होंने सरकार से अपने लिए अलग बंगले की मांग की है।
तलाक मामले को लेकर घर व पार्टी से दूरी बनाए तेजप्रताप रविवार को अचानक राजद कार्यालय जा पहुंचे। जानकारी मिली तो मीडिया भी पहुंच गई। इस दौरान उन्हाेंने कहा कि वे सरकार से अपने लिए अलग बंगला मांग रहे हैं, ताकि वहां से अपनी गतिविधियां चला सकें। फिलहाल बिहार की जनता के घर ही उनके घर हैं। परिवार के पास लौटने की संभावना से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि अभी उन्हें जनता का हाल जानना है।
तलाक मामले में परिवार में अलग पड़ने की बाबत तेजप्रातप ने कहा कि अभी ये मुद्दा नहीं, उसका बिगुल तो कोर्ट में फूंका जा चुका है। अभी मुद्दा पॉलिटिकल है। तेजप्रताप ने कहा कि आज युद्ध का ऐलान हो गया, उन्होंने सुदर्शन चक्र धारण कर लिया है। अब युद्ध में सांप्रदायिक ताकतों की हार तथा राजद व महागठबंधन की जात तय है।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि इस लड़ाई में वे कृष्ण की भूमिका में अपना सुदर्शन चुक्र उठा चुके हैं। अब उनका अर्जुन (तेजस्वी यादव) दुश्मनों का संहार करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी को आगे बढ़ाने वाले वे हीं है।
पूरी तरह राजनीतिक मूड में दिख रहे तेजप्रताप ने लोकसभा चुनाव में नौजवानों को अधिक सीटों की मांग रखी। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ जाे भी आना चाहे, उसके लिए राजद के दरवाजे खुले हैं। तेजप्रताप ने कहा कि असली लड़ाई तो संघ व BJP तथा मोहन भागवत से है, सीएम नीतीश कुमार से नहीं।