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Up Kiran, Digital Desk: भारत में गर्मी का प्रकोप हर साल नई ऊंचाइयों को छू रहा है। 2024 को ही देख लीजिए – अब तक का सबसे गर्म साल! पिछले साल राजस्थान के जैसलमेर में तापमान 54 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जबकि दिल्ली, चुरू और बाड़मेर जैसे शहरों में भी पारा 48-50 डिग्री के पार रहा। और अब फिर एक बार, वही भीषण गर्मी हमें झुलसा रही है। यूएन की एक रिपोर्ट तक कह रही है कि अगले पांच सालों में कोई एक साल ऐसा होगा, जब पारा 2024 से भी ऊपर जाएगा।

ऐसे हालात में एयर कंडीशनर (AC) किसी ‘लक्जरी’ से ज्यादा, एक जरूरत बन चुका है। लेकिन AC के तापमान को लेकर दुनिया भर में क्या नियम और मानक हैं? और भारत में हाल ही में लागू हुए नए नियम कैसे हमारी बिजली की बचत और पर्यावरण सुरक्षा में मदद कर सकते हैं? चलिए जानते हैं!

दुनिया भर में AC तापमान की सीमा पर एक नजर

भीषण गर्मी के दौर में, हर देश ने अपने तरीके से तापमान की ‘सीमा’ तय की है। इसका मकसद है – बिजली बचाना और पर्यावरण पर बोझ को कम करना। आइए देखते हैं 10 प्रमुख देशों की नीतियां-

जापान
28 डिग्री सेल्सियस! जापान में गर्मियों में AC का डिफॉल्ट तापमान यही है। सरकारी और सार्वजनिक भवनों में इसे सख्ती से लागू किया जाता है, ताकि बिजली की खपत को कम किया जा सके।

इटली
25 डिग्री सेल्सियस। इटली की “ऑपरेशन थर्मोस्टेट” पहल सार्वजनिक भवनों में इसी तापमान पर AC को सीमित करती है। ऊर्जा दक्षता और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए यह नियम बेहद अहम है।

स्पेन
27 डिग्री सेल्सियस। स्पेन ने 2022 में यह सीमा तय की थी ताकि ऊर्जा संकट और बढ़ती बिजली लागत को काबू में लाया जा सके।

बेल्जियम
27 डिग्री सेल्सियस (कूलिंग के लिए), जबकि सर्दियों में हीटिंग 19 डिग्री सेल्सियस। सार्वजनिक भवनों में कानूनी तौर पर लागू।

यूनाइटेड किंगडम
यहां कोई सख्त कानूनी सीमा नहीं है, लेकिन लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स जैसे संस्थान 24 डिग्री को आदर्श मानते हैं।

अमेरिका
कैलिफोर्निया में 25.6 डिग्री सेल्सियस, हार्वर्ड जैसे संस्थानों में 23.3-25.6 डिग्री का दायरा। एनर्जी स्टार प्रोग्राम भी 25.5 डिग्री पर सेटिंग की सिफारिश करता है।

सिंगापुर
24-26 डिग्री सेल्सियस। “गो 25” अभियान सार्वजनिक इमारतों को 25 डिग्री या उससे ऊपर रखने के लिए प्रोत्साहित करता है।

ऑस्ट्रेलिया
23-25 डिग्री सेल्सियस की सलाह दी जाती है। हालांकि यहां कोई कानूनी बाध्यता नहीं है।

चीन
26 डिग्री सेल्सियस। सरकारी और व्यावसायिक भवनों में गर्मियों में यही सीमा लागू है।

दक्षिण कोरिया
26 डिग्री सेल्सियस। सार्वजनिक दफ्तरों और घरों में ऊर्जा संरक्षण के लिए यह नियम प्रचलित है।

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