भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर, रक्षा मंत्री ने सीडीएस व तीनों सेना प्रमुखों के साथ की बैठक

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भारत और चीन सीमा पर हालात बेहद संवेदनशील हैं। दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। गत सप्ताह सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने स्थिति की समीक्षा के लिए लद्दाख का दौरा किया था, जहां चीनी सैनिकों ने करीब 100 टेंटों को खड़ा किया था। इन सबके बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की है। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई।

उल्लेखनीय है क़ि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत और चीन में बढ़ते तनाव के बीच सीमा के पास चीन ने अलग-अलग स्थानों पर 5000 सैनिकों को तैनात कर दिया है। इसके जवाब में भारत भी इसी अनुपात में यहां अपने सैनिकों की तादाद बढ़ा रहा है। भारत दूसरे इलाकों में भी सैनिकों की मौजूदगी बढ़ा रहा है, ताकि चीनी सेना वहां पर अतिक्रमण ना कर सके।

जानकारी के अनुसार दौलतबेग ओल्डी और इससे जुड़े इलाकों में भारतीय सेना की 81 और 114 ब्रिगेड चीनी सैनिकों को रोकने के लिए तैनात है। वायुसेना की मदद से यहां सैनिकों को हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार चीनी सैनिक और भारी गाड़ियां एलएसी के दोनों तरफ पैंगोंग त्सो झील और फिंगर एरिया में भारतीय क्षेत्र तक आ चुकी हैं। गलवान नाला एरिया में चीनी भारतीय पोस्ट से 10-15 किलोमीटर दूर तक आ गए हैं और टेंट लगा दिए हैं।

सूत्रों के अनुसार चीनी भारतीय ठिकाने के सामने सड़क बना रहे हैं, भारत की आपत्तिके बावजूद उन्होंने निर्माण कार्य जारी रखा है। वहीँ गलवान इलाके में भारतीय सेना एक पुल बना रही है, जिस पर चीनी सैनिकों ने आपत्ति जताई और सैनिकों की मौजूदगी बढ़ा दी है। चीन की इस हरकत से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।

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