ईरान-अमेरिका में तनाव से हिंदुस्तान पर होगा ये असर, इन चीजों के बढेंगे दाम

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नई दिल्ली॥ हिंदुस्तान में अपनी जरूरतों का 85 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है। इनमें से भी अधिकतर कच्चा तेल खाड़ी देशों से आता है। कुवैत, ईराक, संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश हिंदुस्तान को कच्चे तेल की आपूर्ति करते हैं। ये कच्चा तेल हर्मज की खाड़ी से आता है। ईरान जल्द ही पलटवार करते हुए होरमुज जलमार्ग को बंद कर सकता है। अगर ये जलमार्ग बंद होता है तो दुनिया में तेल के लिए हाहाकार मच सकता है। रणनीतिक रूप से होरमुज जलडमरूमध्य तेल व्यापार का सबसे महत्वपूर्ण रास्ता माना जाता है।

इस अटैक के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया। फिलहाल कच्चा तेल 2.12 डॉलर प्रति बैरल बढ़कर 72 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है। अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बेंट्र क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में बीते सत्र के मुकाबले 2.20 प्रतिशसत की तेजी के साथ 69.80 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 71.28 डॉलर प्रति बैरल तक उछला, इससे पहले ब्रेंट का दाम 16 सितंबर 2019 को 71.95 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था।

इसका प्रभाव हिंदुस्तान में भी देखने को मिलेगा। केडिया कमोडिटी के निदेशक अजय केडिया के अनुसार, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में साल की शुरुआत से इजाफा हो रहा है। हालांकि बुधवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता देखने को मिली है।

इस संकट का असर सोने-चांदी की दामों में भी देखने को मिलेगा। आने वाले दिनों में सोना 44 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। केडिया के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1750 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। वहीं चांदी 20 डॉलर के पार जाती है। न नियामक डीजीसीए ने सभी एयरलाइन कंपनियों से ताजा संकट को देखते हुए खाड़ी देशों की हवाई सीमा को प्रयोग करने से मना कर दिया है। ऐसे में अब अमेरिका, यूरोप और रूस की तरफ जाने वाले विमान दुबई से रास्ता नहीं ले पाएंगे।

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विमानों को दूसरा रूट लेना पड़ेगा, जिससे वक्त अधिक लगेगा और किराया भी बढ़ेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईराक की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, हिंदुस्तानीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अगली अधिसूचना जारी होने तक ईराक की सभी गैर-आवश्यक यात्रा से बचें। ईराक में रहने वाले हिंदुस्तानीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वह सतर्क रहें और ईराक के अंदर यात्रा करने से बचें।

मंत्रालय ने आगे कहा कि बगदाद में मौजूद हमारा दूतावास और एरबिल का वाणिज्य दूतावास ईराक में रहने वाले हिंदुस्तानीयों को सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए सामान्य रूप से काम करना जारी रखेंगे। इसके पहले भी जून 2019 में डीजीसीए ने ईरान के ऊपर से उड़ान न भरने का फरमान जारी किया था।

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