हैदराबाद। हैदराबाद के एक 84 साल के बुजुर्ग को बैंक कर्मचारियों की लापरवाही का गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ा। इस लापरवाही से उसकी जान पर बन आई। दरअसल ये बजुर्ग बैंक कर्मियों की वजह से लॉकर में ही कैद हो गए थे। वे लगभग 18 घंटे तक लॉकर में बंद रहे। सूचना मिलने पर जब पुलिस वालों ने लॉकर खुलवाया तो वे लॉकर में बेहोश अवस्था में मिले। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत अब पहले से बेहतर है।
मिली जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके का है। यहां रहने वाले वी कृष्णा रेड्डी सोमवार को लगभग चार बजकर 20 मिनट पर निजी काम से बैंक गए थे। बैंक पहुंचकर उन्होंने अपना लॉकर खुलवाया। इस दौरान वे ये भूल गए कि बैंक बंद होने का वक्त हो रहा है। उधर बैंक कर्मचारियों ने भी ध्यान नहीं दिया कि कोई व्यक्ति लॉकर रूम में है।
बैंक बंद होने का समय होते ही कर्मचारी वहां ताला लगाकर अपने-अपने घर चले गए। शाम तक जब कृष्णा रेड्डी घर नहीं पहुंचे तो परिजनों को उनकी चिंता हुई और वे उनकी तलाश करने लगे। काफी खोजबीन के बाद भी जब रेड्डी का कहीं पता नहीं चला तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनके बैंक में होने का पता लगाया। इसके बाद सुबह जब साढ़े दस बजेलॉ बैंक का लॉकर रूम खोला गया तो रेड्डी फर्श पर बेहोश अवस्था में पड़े मिले।
परिजनों में मुताबिक कृष्णा रेड्डी डायबटीज व बीपी के पेशेंट हैं। बेहोशी हालत में उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग अभी भी सदमे में हैं।