नयी दिल्ली। कोरोना काल में कई ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो इंसानियत को शर्मसार करती हैं। इसी कड़ी में पंजाब के जलंधर में एक दिल दहला देने वाला मामला देखने को मिला। यहां एक व्यक्ति अपनी 11 वर्षीय बेटी के शव को अपने कंधों पर उठाकर जालंधर शहर में कब्रगाह ले गया। उसकी मौत कोविड-19 के कारण हुई थी। इस दौरान उस गरीब व्यक्ति की किसी ने भी मदद नहीं की। शव ले जाने वाले शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
इस वीडियो को पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमत कौर बादल ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा है- यह देखकर दिल एकदम टूट गया। जालंधर में काम करने वाला ओडिशा का यह प्रवासी अपनी बेटी के शव को कंधे पर उठाकर श्मशान घाट ले जा रहा है। महामारी उन गरीबों के लिए विनाशकारी रही है जिन्हें अभी भी अपनी दैनिक कमाई के लिए बाहर निकलना पड़ता है। गुरुसाहब हम सबकी रक्षा करें।
Utterly heartbroken to see this. This migrant from Odisha working in Jalandhar is carrying his daughter's body to the cremation ground. The #pandemic has been devastating to the poor who must still step out to earn their daily bread. May Gurusahab protect us all.#COVIDEmergency pic.twitter.com/JqmkR2qIyI
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) May 15, 2021
दिलीप नाम के इस व्यक्ति ने बताया कि मैं एक गरीब आदमी हूं। चूंकि कोई भी बेटी के दाह संस्कार में मेरी आर्थिक मदद के लिए आगे नहीं आया, इसलिए मैंने उसके शव को अपने कंधे पर ले जाने का फैसला किया।”
दिलीप मूल रूप से ओडिशा का रहने वाला है। दिलीप ने बताया कि उनके 3 बच्चे हैं। बेटी सोनू 11 साल की थी, जिसे पिछले दो महीने से बुखार आ रहा था। उसने बताया कि- मेरी बेटी का अमृतसर में इलाज चल रहा था, उसकी मृत्यु के बाद शव को चादर में लपेटकर मुझे सौंप दिया गया। मैं शव को यहां (जालंधर) दाह संस्कार के लिए लाया। किसी की मदद से जिसने मुझे 1,000 रुपये दिए, मैंने उसका अंतिम संस्कार किया।