नई दिल्ली।। पिछले कुछ दिनों से राहुल गाँधी की गतिविधियों और बयानों को लेकर केंद्र की NDA सरकार विचलित नजर आ रही है। वही बीते कल राहुल गाँधी द्वारा मजदूरों की समस्याओं को लेकर जमीन पर बैठकर बात करना सरकार को कहीं न कहीं चुभता नजर आ रहा है। बता दें कि आर्थिक पैकेज की अंतिम किश्त की जानकारी देने के बाद मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी भड़ास जमकर निकाली।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य ज्यादा से ज्यादा ट्रेनों की मांग क्यों नहीं कर रहे हैं? आखिर वे ज्यादा ट्रेन लेकर मजदूरों को सुरक्षित तरीके से उनके घर क्यों नहीं भेज रहे हैं।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मजदूरों के साथ बैठकर बातें करने से क्या होगा, मजदूरों के साथ बैठकर बातें करने के बजाय राहुल गांधी अपने मुख्यमंत्रियों को ज्यादा ट्रेनों के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं, क्या ये ड्रामा नहीं है।
वित्त मंत्री निर्मला ने कहा है कि राहुल अगर मदद करना चाहते थे तो मजदूरों का सामान उठाकर उनके साथ पैदल कुछ दूर तक चलते ही फिर उनकी मदद होती, सड़क किनारे बैठकर बातें से केवल उनका वक्त बर्बाद किया।
उन्होंने कहा, “क्या कांग्रेस दावा करना चाहती है कि उनके द्वारा शासित राज्यों में सब कुछ सही है, मैं सोनिया गांधी से अपील करती हूं कि मजदूरों को उनके घर तक में भेजने मदद करें।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वे सोनिया गांधी से हाथ छोड़कर अपील करती हैं कि कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीति न करें। ये वक्त राजनीति के लिए नहीं है। इसलिए सोनिया जी से अपील है कि सब साथ मिलकर इस महामारी से लड़ें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिल जुलकर काम करना होगा। हम सभी राज्यों के साथ काम कर रहे हैं।