इतने हज़ार साल पुराना है पॉपकॉर्न का इतिहास, इस तरीके से खोजा गया

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सिनेमा घर हो या आप खुद घर पर हो अगर टाइम पास के लिए कुछ याद आता है कि वो है पॉपकॉर्न, आपको बता दें कि वक्त के साथ पॉपकॉर्न ने भी स्वाद और इसे पकाए जाने की विधियों के मामले में कई रूप धरे हैं। हालांकि लोग आज भी उन्हें गैस या स्टोव पर ही फुलाते हैं, लेकिन माइक्रोवेव के कारण ये आजकल और भी आसान हो गया है।

गौरतलब है कि पिक्चर देखने के समय पॉपकॉर्न के वजह से लोगों का टाइम आसानी। बता दें कि मकई के दानों से बने पॉपकॉर्न दरअसल स्नैक्स के तौर पर उतने नए हैं नहीं, जितना हमें लगते हैं। लगभग 10,000 साल पहले से इन्हें घरेलू उपयोग में लाया जा रहा है और आर्कियोलॉजिस्ट्स ने खोज निकाला है कि लोग कई हजार सालों पहले से पॉपकॉर्न खा रहे हैं।

आपको बता दें कि इसके स्वाद के सफर की शुरुआत हुई थी केवल नमक के साथ, लेकिन अब इसके विविध स्वाद आपको अचरज से भर देंगे। खासकर कुछ बेहद रोचक जायके, जैसे चिली चीज, साल्टेड कैरेमल, ब्राउनी पॉपकॉर्न और इसी तरह के कई एक स्वाद। पॉपकॉर्न की इस तरह की विविधता पर थोड़ी और रोशनी डालते हुए एग्जीक्यूटिव शेफ इशिज्योत सूरी कहती हैं, ‘मकई के दाने पीले और सफेद में बांट दिए जाते हैं।

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