मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने मंगलवार को अमरावती संसदीय क्षेत्र की निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा का जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया है। हाईकोर्ट के न्यायाधीश आर.डी. धानुका व न्यायाधीश वी.जी. बिष्ट की बेंच ने नवनीत राणा पर जाली जाति प्रमाण पत्र देने पर 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
सभी कागजात 6 सप्ताह के अंदर कोर्ट में पेश करने का भी आदेश दिया
साथ ही नवनीत राणा को नकली जाति प्रमाण पत्र बनाते समय प्रयोग में लाए गए सभी कागजात 6 सप्ताह के अंदर कोर्ट में पेश करने का भी आदेश दिया है। इसके बाद अब राणा की लोकसभा सदस्यता खतरे में पड़ गई है। अमरावती लोकसभा सीट SC के लिए आरक्षित थी। आनंदराव का आरोप था कि नवनीत कौर राणा ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर यहां से लोकसभा का चुनाव जीता था।
सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी राणा
पूर्व सांसद आनंद राव अडसूल ने अमरावती संसदीय क्षेत्र की निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने की मांग करते हुए बांबे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी।
इसी पर आज सुनवाई करते हुए बांबे हाईकोर्ट ने जाति प्रमाण पत्र रद्द करने का फैसला दिया है। इस आदेश के बाद नवनीत कौर राणा ने कहा कि वे हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान करती हैं। जाति प्रमाण की लड़ाई वे पिछले कई वर्ष से लड़ रही हैं और आज के हाईकोर्ट के आदेश को वह सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी।
नवनीत राणा का जाति प्रमाण जाली था
पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल ने बताया कि नवनीत कौर राणा ने जाली जाति प्रमाण पत्र बनाया था, इसलिए उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। आज हाईकोर्ट के निर्णय से साबित हो गया कि नवनीत राणा का जाति प्रमाण जाली था। इसलिए वे अब इस मामले की शिकायत पुलिस स्टेशन में करके उन पर जालसाजी करने का मामला दर्ज करवाए जाने की मांग करेंगे।
अमरावती संसदीय क्षेत्र से नवनीत कौर राणा 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीती थीं। इसके बाद आनंदराव अडसूल ने नवनीत राणा के जाति प्रमाण पत्र को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। आज हाईकोर्ट के निर्णय के बाद नवनीत कौर राणा की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
2014 में भी रद्द हुआ था कास्ट सर्टिफिकेट
साउथ की फेमस एक्ट्रेस रहीं नवनीत कौर राणा अमरावती के बडनेरा विधानसभा से विधायक रवि राणा की पत्नी हैं। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पेश किए उनके जाति प्रमाणपत्र को भी बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज किया था।
उस दौरान यह साबित हुआ था कि नवनीत कौर ने पिता के 3 फर्जी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट बनवाकर नवनीत कौर हरभजनसिंह कुंडलेस नाम से जाति प्रमाण पत्र लिया था। हालांकि वे 2014 का चुनाव हार गईं थीं।
नवनीत कौर के माता-पिता पंजाबी मूल के
नवनीत कौर का जन्म 3 जनवरी, 1986 को मुंबई में हुआ था। कौर ने ज्यादातर तेलुगु फिल्मों में काम किया है। उनके माता-पिता पंजाबी मूल के हैं। उनके पिता आर्मी में अफसर थे। 12वीं पास करने के बाद नवनीत ने पढ़ाई छोड़ एक मॉडल के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने 6 म्यूजिक एल्बम में काम किया था।
नवनीत ने कन्नड़ फिल्म दर्शन से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी। इसके अलावा तेलुगु फिल्म सीनू, वसंथी और लक्ष्मी में भी एक्टिंग की। 2005 में तेलुगु फिल्म चेतना, जग्पथी, गुड ब्वॉय और 2008 में भूमा में भी उन्होंने बतौर एक्ट्रेस काम किया। वे रियलिटी शो हुम्मा-हुम्मा में भी हिस्सा ले चुकी हैं। नवनीत ने मलयालम फिल्म लव इन सिंगापुर के अलावा पंजाबी फिल्म लड़ गए पेंच में भी काम किया है।
बाबा रामदेव के आश्रम में रवि राणा से हुई थी पहचान
नवनीत कौर राणा योग का भी शौक रखती हैं। इसी शौक की वजह से वे बाबा रामदेव की फैन हैं। नवनीत की अपने पति रवि राणा से एक योगा कैंप में ही मुलाकात हुई थी। जिसके बाद इस रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए दोनों ने रामदेव से आशीर्वाद लिया था।
सामूहिक विवाह समारोह में की थी शादी
नवनीत कौर ने रवि राणा से एक सामूहिक विवाह समारोह में शादी की थी। 2 फरवरी 2011 को हुए इस विवाह समारोह में कुल 3,162 जोड़ों की शादी हुई थी। जिसमें 2,443 हिन्दू, 739 बौद्ध, 150 मुस्लिम, 15 क्रिश्चियन और 13 दृष्टिहीन जोड़े शामिल थे।
रवि और नवनीत की शादी में कई नामचीन हस्तियों ने भी शिरकत की थी। इनमें उस वक्त महाराष्ट्र के CM पृथ्वीराज चव्हाण, योग गुरु बाबा रामदेव, सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय के अलावा विवेक ओबेरॉय भी शामिल थे।