covid-19 के कारण सदन की कार्यवाही में कई बड़े बदलाव, जानें कितना अलग होगा पहले से..

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नई दिल्ली, 13 सितम्बर, यूपी किरण।  संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। लेकिन इस बार संसद सत्र शुरू होने से ठीक पहले होने वाली सर्वदलीय बैठक नहीं होगी। ऐसा कोरोना महामारी के कारण हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस के मद्देनज़र संसदीय कार्य मंत्री संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक नहीं करेंगे।

आपको बता दें कि 17वीं लोक सभा का चौथा सत्र 14 सितम्बर से आरंभ होगा और 01 अक्टूबर तक चलेगा। इस सत्र में कुल अठारह बैठकें होंगी। कोरोना महामारी के कारण इस सत्र के दौरान कई बदलाव किए गए हैं।इस सत्र के दौरान सदन में मौखिक सवाल नहीं पूछे जा सकेंगे लेकिन इसके बदले सरकार हर रोज सदन की कार्यवाही के दौरान 160 अतारांकित प्रश्नों के लिखित उत्तर देगी। लोकसभा सचिवालय ने बताया कि सत्र के दौरान सरकार हर रोज 160 सवाल और सप्ताह भर में 1120 सवालों के लिखित उत्तर देगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा है कि यह सत्र बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितयों में आयोजित किया जा रहा है जब देश कोविड-19 महामारी का सामना कर रहा है। फीर भी यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं कि सत्र का आयोजन कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देशों के अनुरूप किया जाएगा। इसके लिए राज्य सभा सचिवालय, चिकित्सा विशेषज्ञों और अन्य विभागों के साथ विस्तारपूर्वक सलाह-मश्विरा किया गया।
आपको बता दें कि 14 सितम्बर को लोक सभा की बैठक प्रात: नौ बजे से अपराह्न एक बजे तक होगी और 15 सितम्बर से 01 अक्टूबर तक बैठकें अपराह्न तीन बजे से शाम 7 बजे तक होंगी। इस सत्र का आयोजन दोनों सभाओं के कक्षों में किया जाएगा। लोकसभा कक्ष में 257 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी और 172 सदस्य लोक सभा की दीर्घाओं में बैठेंगे। राज्यसभा कक्ष में 60 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है और 51 सदस्य राज्य सभा की दीर्घाओं में बैठेंगे। सदस्यों को संक्रमण से बचाने के लिए सीटों के बीच पारदर्शी पॉलिकार्बोनेट शीट लगाई गई हैं।
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