नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूंछ में आतंकवादियों से लोहा लेते समय शहीद हुए नायब सूबेदार जसविंदर सिंह का शव जैसे ही तिरंगे में लपेटकर घर आया तो घर मातम पसर गया। घर के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है। बता दें कि बीते 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में चलाये जा रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में शहीद हुए पांच जवानों में से एक जसविंदर सिंह के परिवार ने पंजाब के कपूरथला जिले के तलवंडी में अपने आवास पर शोक व्यक्त किया।
शहीद जवान जसविंदर ने अपनी पत्नी से दो दिन बाद घर आने का वादा किया था लेकिन भारत की माटी से किया वादा निभाने के चलते वे अपनी पत्नी से किया वादा नहीं निभा पाए। नायब सूबेदार जसविंदर सिंह की पत्नी रविंदर सिंह ने कहा, ‘मेरी उनसे एक दिन पहले ही बात हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि वह दो दिन बाद घर आएंगे, उन्होंने 15 दिन की छुट्टी ली थी। उन्होंने बहुत वीरता दिखाई थी, इसलिए उन्हें सेना पदक दिया गया। वह चाहते थे कि हमारा बेटा सेना में भर्ती हो।’
Punjab: Family of Naib Subedar Jaswinder Singh, who was one of the five (a JCO & four soldiers) who lost their lives during a counter-terror operation in Poonch sector in J&K on Oct 11th, mourn their loss at their residence in Mana Talwandi village of Kapurthala district. pic.twitter.com/tHKB8RLkTZ
— ANI (@ANI) October 13, 2021
बेटे का शव देख आंख में आंसू लिए नायब सूबेदार जसविंदर सिंह की मां गुरपाल कौर ने कहा , ‘वह काफी अच्छा था और वहीं परिवार चलाता था, अब यह मुश्किल हो गया है। उसके साथ जिन लोगों की जान चली गई, वे भी मेरे बेटे जैसे थे। हमारे पास न तो जमीन है और न ही संपत्ति। हम क्या करेंगे? जब मेरा पोता बड़ा हो जाएगा तो मैं उसे सेना में भर्ती करने के लिए भेजूंगी।
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवाद विरोधी अभियान में भारतीय सेना और आतंकवादियों के बीच हुए एनकाउंटर में एक ‘जूनियर कमीशंड अधिकारी’ (जेसीओ) सहित पांच सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।