छत्तीसगढ़। 30 अगस्त को जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने दिनभर व्रत रखकर श्री कृष्ण की पूजा अर्चना। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के एक स्कूल के कुछ छात्रों ने भी उपवास रखा। जब शिक्षक को छात्रों के उपवास के बारे में पता चला तो उन्होंने उनकी पिटाई कर दी। हालांकि बाद में उन्हें निलंबित कर दिया गया। दरअसल, छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को जन्माष्टमी उत्सव पर उपवास रखने वाले छात्रों की कथित तौर पर पिटाई करने के बाद निलंबित कर देने का मामला सामने आया है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दक्षिण में कोंडागांव के गिरोला क्षेत्र में स्थिति एक सरकारी में स्कूल में शिक्षक चरण मरकाम की तैनाती है, जिन्हें अब निलंबित कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंचायत और ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि मरकाम ने मंगलवार को स्कूल में सातवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों की खूब पिटाई कर दी थी। इस घटना की जानकारी के बाद मरकाम को निलंबित कर दिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि मरकाम ने अपने छात्रों से कहा कि अगर उन्होंने जन्माष्टमी उत्सव के दौरान उपवास रखा है और अनुष्ठान किया है तो वे हाथ उठाएं। इस पर जिन छात्रों ने बताया कि उन्होंने उपवास रखा है। मरकाम ने उनकी पिटाई कर दी। जिला प्रशासन को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि “धार्मिक भावनाओं को आहत करना और समाज में नफरत फैलाना” एक गंभीर कदाचार के रूप में गिना जाता है।आपका आचरण छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिनियम 1965 के खिलाफ है।”
इस मामले को लेकर कोंडागांव के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया के पुलिस ने अभी तक शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है। उन्होंने कहा कि हमें जिला प्रशासन से एक रिपोर्ट मिली है। अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है लेकिन रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।