ऑनलाइन मोबाइल बेस डाटा सप्लाई कर रही कंपनियों द्वारा 5G के टावरों की टेस्टिंग के दौरान रेडिएशन के असर से पक्षियों के मरने का सिलसिला अभी थमा नहीं कि नेटवर्किंग का कार्य देख रहे दो कर्मचारियों के आपस में मोबाइल पर बात करते हुए एक ऑडियो वायरल होने से चिंतित पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, संजय चोपड़ा ने 5G नेटवर्क को उत्तराखंड में अनुमति ना दिए जाने की मांग की।
इसके साथ भारत में भी 5G नेटवर्क को अन्य देशों की तर्ज पर प्रतिबंधित किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से एक ऑडियो में दो कर्मचारी आपस में वार्ता से खुलासा कर रहे हैं कि 5G रेडिएशन की वजह से टाइफाइड, मलेरिया जैसे रोगी चपेट में आकर अपने प्राण गवा रहे हैं।
इस विषय को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय द्वारा 5G रेडिएशन की वजह से पक्षियों व मानव जाति पर दुष्प्रभाव को देखते हुए जनहित में नेटवर्क संचालित करने वाली कंपनियों को अन्य देशों की तर्ज पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वायरल हुई ऑडियो की भी सीबीआई द्वारा जांच कराकर 5G रेडिएशन का खुलासा गृह मंत्रालय द्वारा किया जाना चाहिए।