नई दिल्ली। देश में बेतहाशा बढ़ी महंगाई के बीच पेट्रोल और डीजल के साथ ही खाद्य तेल के दामों में भी तेजी से इजाफा देखने को मिला था लेकिन अब आम जनता को ईंधन की कीमतों पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद सरकार ने एक और राहत देने वाला कदम उठाया है। सरकार ने खाने के तेल के दामों को लेकर मंगलवार को बड़ा फैसला लिया।
दरअसल सरकार ने 20 लाख मीट्रिक टन सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के आयात पर दो साल के लिए आयात शुल्क और एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस खत्म करने का ऐलान किया हैं जो अब तक पांच फीसदी की दर से लगता था। सरकार की घोषणा के बाद देश में खाने के तेल की कीमतें कम होने के आसार है। इस संबंध में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तेलों के आायात पर दी गई छूट 31 मार्च 2024 तक लागू रहेगी।
वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को अधिसूचना जारी कर कहा कि सालाना 20 लाख टन कच्चे सोयाबीन और सूरजमुखी तेल पर वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 में आयात शुल्क नहीं लगाया जाएगा। बता दें कि देश में खुदरा महंगाई दर आठ साल के उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। बीते दिनों सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों को देखें तो खुदरा महंगाई का आंकड़ा 7.79 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है।