नई दिल्ली ।। Asia Cup में शुक्रवार को जब भारतीय टीम बांग्लादेशी टीम से दो-दो हाथ कर रही होगी, तब उसे अपने ही एक पूर्व क्रिकेटर की चालों से सतर्क रहना होगा। इस क्रिकेटर का बांग्लादेश से कम से कम 18 साल पुराना नाता है। कभी वे बांग्लादेश के विकेट चटकाते थे, आज वे उन्हें विकेट चटकाने के गुर सिखाते हैं।
बात हो रही है कर्नाटक के पूर्व क्रिकेटर सुनील जोशी की, जो अभी बांग्लादेशी टीम के स्पिन कंसल्टेंट हैं। साल 2000 के बाद से क्रिकेट देखने वालों के लिए यह नाम कुछ अंजाना सा हो सकता है। लेकिन जो लोग 1995-96 से 2000 के बीच क्रिकेट देखते रहे हैं, वे जानते हैं कि यह उन दिनों महत्वपूर्ण नाम होता था।
भारत के लिए 15 टेस्ट और 69 वनडे मैच खेल चुके जोशी 2017 में बांग्लादेश की टीम से जुड़े। बांग्लादेश की टीम जब पहली बार भारत के दौरे पर आई, तो उसने यहां की परिस्थितियों को जानने-समझने के लिए सुनील जोशी से करार किया। जोशी तब से बांग्लादेश की टीम के साथ हैं। उनका करार खत्म होने वाला है। Asia Cup में बेहतर प्रदर्शन के बाद उनका कार्यकाल बढ़ सकता है।
बांग्लादेश ने 2000 में अपना पहला टेस्ट भारत के ही खिलाफ खेला। उस मैच में बांग्लादेश ने पहली पारी में 400 रन बनाकर ड्रॉ की उम्मीद जगा दी थी। लेकिन सुनील जोशी ने अपने करियर का यादगार प्रदर्शन कर उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। जोशी ने बांग्लादेश के खिलाफ पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 3 विकेट लिए थे। इसके अलावा 92 रन की पारी भी खेली थी।