प्रधानमंत्री भारत सरकार की कार्यपालिका का नेता होता है। संवैधानिक तौर पर भले ही राष्ट्रपति राष्ट का प्रधान होता होता है, लेकिन व्यावहारिक तौर पर प्रधानमंत्री ही देश का मुखिया होता है। आज हम आपको तीन ऐसे नेताओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो आने वाले समय में बतौर प्रधानमंत्री देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
राहुल गांधी : राहुल गांधी देश की सबसे पुरानी और आजादी के आंदोलन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने तीन प्रदेशों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और मोदी सरकार को कड़ी शिकस्त दी है। राहुल की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसके अलावा केंद्र की मोदी सरकार से सीधी टक्कर राहुल ही ले रहे हैं। यह भी महत्वपूर्ण तथ्य है कि पूरे देश में भाजपा को सिर्फ कांग्रेस ही टक्कर दे सकती है। अन्य सभी छोटे दलों का आधार राज्य विशेष या फिर अपनी जाती विशेष तक ही सीमित है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीतिक ताकत का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि सत्तारूढ़ भाजपा उनके खिलाफ दीर्घकाल से ही मुहिम चला रही है। संघ परिवार और भजपा उन्हें मंद बुद्धि नेता के तौर पर प्रचारित कर रही है। पिछले कुछ सालों से कांग्रेस के बुरे दिन जरूर चल रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की संभावनाएं अभी भी बलवती हैं।
तेजस्वी यादव : पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपनी रणनीति अऊर राजनीतिक कौशल का लोहा मनवाया था। बिहार में तेजस्वी के नेतृत्व में राजद सबसे बड़ा दल बना। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भविष्य में तेजस्वी यादव गैरभाजपा और गैरकांग्रेस मोर्चे का नेतृत्व कर सकते हैं। बिहार समेत पुरे देश के युवा तबके में उनकी स्वीकारिता तेजी से बढ़ी है। उनकी सभाओं में बेशुमार भीड़ उमड़ रही है।
योगी आदित्यनाथ : भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सबसे ऊंचा कद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का है। पिछले लोकसभा चुनाव और देश के अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए योगी की मांग सबसे ज्यादा थी। आज भी जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उन राज्यों में योगी की सभाएं कराई जा रही हैं। यूपी में गर मुस्लिमों में उनकी मजबूत पकड़ है।
योगी की छवि एक कट्टर हिन्दू नेता की है। उनके भाषणों में अपील होती है। समाज के बहुसंख्यक तबके के मतदाताओं की नश पकड़ना उन्हें बखूबी आता है। इसके अलावा आज के समय में भाजपा में मोदी के बाद योगी के कद का कोई नेता नहीं है। इसलिए योगी आदित्यनाथ भविष्य में बतौर प्रधानमंत्री देश का नेतृत्व कर सकते हैं।