क्रिकेट को भले ही ‘जेंटलमैन्स गेम’ कहा जाए, किंतु इस खेल का विवादों का लंबा इतिहास रहा है। 22 वर्ष पहले एक ऐसा मामला सामने आया था जिसने क्रिकेट जगत में बवाल मचा दिया था। साउथ अफ्रीका के क्रिकेटर मखाया एंटोनी पर ऐसा इल्जाम लगाया गया था, जिससे उनके करियर को खतरा था।
सन् 1999 के जनवरी में, साउथ अफ्रीका के पूर्व घातक बॉलर मखाया एंटनी को पूर्वी लंदन शहर से अरेस्ट किया गया और अदालत में पेश किया गया। एंटनी पर 1 दिसंबर 1998 को क्रिकेट स्टेडियम में 21 वर्षीय छात्रा के साथ रेप करने का इल्जाम लगाया गया था।
न्यायालय में, क्रिकेटर ने दावा किया कि उसने तूफान के दौरान लड़की को अपनी कार में लिफ्ट दी थी और वह पूर्वी लंदन के बफ़ेलो पार्क क्रिकेट ग्राउंड में उतरा था, जहाँ उसे एक खिलाड़ी को दिए गए पैसे वापस करने थे। लड़की ने कोर्ट में आरोप लगाया कि एंटनी स्टेडियम के शौचालय में उसके साथ बलात्कार किया गया।
मखाया अंतिनी को 1999 वर्ल्डकप के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम में चुना गया था, किंतु इस इल्जाम के बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उनकी जगह टीम में एलन डावसन को शामिल किया गया है। निचली अदालत ने एंटनी को दोषी ठहराया था, जिसके चलते उन्हें जेल का सामना करना पड़ा था।
क्रिकेटर मखाया को खुद को बेकसूर साबित करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा, किंतु उनका संघर्ष ज्यादा दिन नहीं चला। अक्टूबर 1999 में, ग्राहमस्टाउन उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के फैसले को पलट दिया और एंटनी को निर्दोष मानते हुए बरी कर दिया गया।
निर्दोष साबित करने के बाद क्रिकेटर अंतिनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए 101 टेस्ट में 390 विकेट लिए। उन्होंने 173 एकदिवसीय मैचों में 266 विकेट लिए हैं। उन्होंने केवल 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उनका आखिरी मैच भारत के विरूद्ध था जब धोनी भारत के कप्तान थे।