इस मशहूर लेखक ने नौ साल बाद लिया भारत के लिटरेरी फेस्ट में हिस्सा, फिर लौट सकते हैं …

img

 

धार्मिक विरोध और सुरक्षा कारणों से भारत आना आसान नहीं होता : सलमान रुश्दी

अंतर्राष्ट्रीय डेस्क

मशहूर लेखक सलमान रुश्दी ने नौ साल बाद भारत के किसी लिटरेरी फेस्ट में हिस्सा लिया है। भारत में जन्मे सलमान रुश्दी वर्ष 2012 के जयपुर लिटरेरी फेस्ट में विवादों के चलते कार्यक्रम से से हट गए थे। इस मशहूर लेखक ने जानकारी दी कि उनका अगला उपन्यास भारत पर आधारित हो सकता है। इसे लिखने के लिए एक बार वह फिर देश में लौट सकते हैं। विगत कई वर्षों से रुश्दी न्यूयॉर्क में रह रहे हैं। बताते चलें कि 1988 में रुश्दी द्वारा अंग्रेजी में लिखे गए उपन्यास ‘The Satanic Verses’ पर भारत में प्रतिबंधित है।

सलमान रुश्दी रविवार को एक लिटरेरी फेस्ट में वर्चुअल तौर पर शामिल हुए। इस मौके पर रश्दी ने कहा कि वह विगत दस वर्षों से पश्चिमी देशों पर आधारित उपन्यास लिख रहे हैं। रश्दी ने बताया कि वह अब एक ऐसा उपन्यास लिखने जा रहे हैं, जो पूरी तरह से भारतीय परिवेश पर आधारित होगा। अर्थात मुझे भारत आना पड़ेगा।

लिटरेरी फेस्ट में फिक्शन के प्रति लेखक की ईमानदारी पर रुश्दी ने कहा कि मौजूदा माहौल में दुनिया झूठ से भरी हुई है? मेरा मानना है कि कई मायनों में फिक्शन झूठ से बिल्कुल अलग होता है। रश्दी ने कहा कि लिट्रेचर का उद्देश्य, हम कौन हैं और क्यों हैं ? इसे साबित करते हुए मानवीय सत्यतता की ओर अग्रसर होना है, जबकि झूठ का उद्देश्य सिर्फ सच को छिपाना होता है। इसलिलिये तो सत्ता में बैठे लोग हमेशा से ही लेखकों पर हमला करते रहे हैं।

भारत आने के बारे में सलमान रुश्दी ने बताया कि मैं पिछली बार लगभग सात साल पहले मुंबई आया था। उन्होंने कहा कि धार्मिक विरोध और सुरक्षा कारणों से यहां आना आसान नहीं होता है। मशहूर लेखक ने कहा कि जब आपकी सुरक्षा में अधिक लोग लगा दिए जाएं तो आम इंसान की तरह जिंदगी जीना कठिन हो जाता है। ध्यातव्य हो कि रुश्दी का बचपन मुंबई में बीता है, शायद, इसलिए उनकी कहानियों में मुंबई के ब्रीच कैंडी इलाके की सुंदर झलक देखने को मिलती है।

Related News