नई दिल्ली ।। टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का जिक्र होते ही जहन में चौकों और छक्कों की बारिश का ख्याल आने लगता है। क्रिकेट के प्रत्येक फॉर्मेट में अपने ही अंदाज में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले वीरेंद्र सहवाग करोड़ो दिलों पर राज करते थे।
चाहे टी20 हो,वनडे हो या फिर टेस्ट हो सहवाग जब तक मैदान पर रहते थे तब तक दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करते थे। उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी को नए ढंग से परिभाषित किया था।
यदि उनके बारे में यह कहा जाता है तो गलत भी नहीं है। वह भारत की ओर पहली बार तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने। उनसे पहले भारतीय क्रिकेट में यह कारनामा और कोई बल्लेबाज नहीं कर पाया। हालांकि उनके बाद भारत की ओर करुण नायर दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने, जिन्होंने टेस्ट मैचों में तिहरा शतक बनाया।
हालांकि, 4 दिसंबर 2009 को श्रीलंका के खिलाफ सहवाग मात्र 7 रन से अपना तीसरा तिहरा शतक जड़ने से चूक गए थे। यदि उस दिन सहवाग तिहरा शतक लगाने में कामयाब होते तो वह सवा सौ साल से ज्यादा के इतिहास में टेस्ट में 3 तिहरे शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज होते।