उत्‍तराखंड से सामने आ रहा लॉकडाउन का ये नेगेटिव इफेक्‍ट, लाइट के चलते हो रही परेशानी

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देहरादून ।। लॉकडाउन की वजह कई लोग अपने घरों में ही रह रहे हैं। ऐसे में E-उपकरणों का ज्यादा यूज हो रहा है। तापमान बढ़ने के साथ कूलर और एसी भी चलने शुरू हो गए हैं। इसका प्रभाव बिजली सप्लाई पर भी पड़ा है। ट्रांसफार्मरों पर लोड बढ़ने से फॉल्ट की परेशानी भी ज्यादा हो रही है।

इसका अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि बीते 4 दिनों राज्य में करीब साढ़े 500 शिकायतें कंट्रोल रूम में दर्ज की जा चुकी हैं। निगम का कहना है गर्मी को देखते हुए फील्ड स्टाफ की ड्यूटी अब तीन शिफ्ट में लगाई जा रही है। सामान्य दिनों की बात करें तो पूरे राज्य से औसतन 100 शिकायतें ही आती थीं, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ने लगी है। यही नहीं औसतन आधे घटे में फाल्ट ठीक करने का दावा करने वाले निगम की चुनौती भी बढ़ने लगी है। अब फॉल्ट को ठीक करने में 45 मिनट से एक घण्टे तक का समय लगने लगा है।

आपको बता दें कि आम दिनों में जहा प्रतिदिन 32 से 34 मेगावाट बिजली खर्च होती थी वहीं, अब 17 से 19 मेगावाट बिजली खर्च हो रही है। इस पर निगम का तर्क है कि शहर में लोड में मामूली अंतर आया है। बिजली खपत में कमी आई है। वह उद्योग-धंधों और शॉपिंग मॉल आदि के बंद होने से आई है। ऐसे में शहर में फॉल्ट होना स्वाभाविक है।

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