अमरीका के प्रेसिडेंट बाइडेन ग्रीन कार्ड जुड़ी प्रॉब्लम्स को दूर करना चाहते हैं। राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में कहा कि हजारों प्रतिभाशाली भारतीय प्रौद्योगिकी पेशेवरों को ग्रीन कार्ड देने में बहुत ज्यादा देरी हिंदुस्तानी-अमेरिकियों और यहां रहने वाले उनके अधीनस्थ बच्चों की टेंशन का अहम कारण है। ऐसे लोगों को ग्रीन कार्ड जारी करने के प्रोसेस में कभी कभार दसियों साल लग जाते हैं।
राष्ट्रपति भवन की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि प्रेसिडेंट निश्चित तौर पर ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में देरी को भी दूर करना चाहते हैं। साकी 1 अक्टूबर को तकरीबन 80 हजार अप्रयुक्त रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड के खात्मे पर एक प्रश्न का उत्तर दे रहीं थी, जिसे ऑफीशियली रूप से कानूनी स्थाई निवास कहा जाता है। ये बर्बादी इसलिए हुई, क्योंकि यूएस सिटीजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) ग्रीन कार्ड का इंतेजार कर रहे कई लाखों लोगों को इन्हें आवंटित करने में असमर्थ हैं।
जानकारी के मुताबिक हिंदुस्तानी प्रौद्योगिकी पेशेवरों ने बाइडेन सरकार एवं अमेरिकी कांग्रेस से उन ग्रीन कार्ड स्लॉट को खत्म नहीं होने देने के लिए जरूरी विधायी फेरबदल करने का अनुरोध किया था, इनमें से हजारों के लिए ये प्रतीक्षा दशकों की है।
आपको बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में, कांग्रेस सदस्य मैरिएननेट मिलर-मीक्स ने रोजगार वीजा सुरक्षा बिल पेश किया, जो यूएससीआईएस को वित्तीय वर्ष 2020 (financial year) और 2021 में इस्तेमाल के लिए अप्रयुक्त रोजगार-आधारित वीजा को संरक्षित करने की परमिशन देगा। इससे पूर्व वित्तीय वर्ष 2020 में, कुल 1 लाख 22 हजार परिवार-वरीयता वीजा अप्रयुक्त रह गए थे।