कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा से कड़ी टक्कर मिलने वाली है। दरअसल भाजपा के साथ एक सियासी दल ने हाथ मिला लिया है। जिससे ममता सरकार पर संकट के बाद मंडराने लगे हैं। शुक्रवार को गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) ने आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ लड़ने की घोषणा की है।
जीएनएलएफ और भाजपा के एक साथ आने के साथ उत्तर बंगाल का सियासी पारा चढ़ सकता है और दार्जिलिंग की चुनावी गणित को प्रभावित कर सकता है। अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा और जीएनलएफ ममता बनर्जी और बिलम गुरुंग को चुनौती देंगे।
दार्जिलिंग शाखा के अध्यक्ष अजय एडवर्ड्स बोले
जीएनएलएफ की दार्जिलिंग शाखा के अध्यक्ष अजय एडवर्ड्स ने कहा, “हम 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के सहयोगी थे और हमारी चुनावी साझेदारी जारी रहेगी।” बंगाल भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने कहा, “हम अपने सहयोगी के रूप में जीएनएलएफ के साथ आने वाला चुनाव लड़ेंगे।”
भाजपा 2009 से लगातार दार्जिलिंग लोकसभा सीट जीतती रही
बता दें कि भाजपा 2009 से लगातार दार्जिलिंग लोकसभा सीट जीतती रही है। पहले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिमल गुरुंग का गुट भाजपा का समर्थन कर रहा था, लेकिन हाल में बिमल गुरुंग ने भाजपा से नाता तोड़ कर ममता बनर्जी का दामन थाम लिया है। इससे भाजपा की स्थिति दार्जिलिंग में कमजोर हो गयी थी, लेकिन अब जीएनएलएफ से साथ समझौते से अपनी स्थिति फिर से मजबूत करने में भाजपा जुट गयी है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिमल गुरुंग द्वारा अक्टूबर में ममता बनर्जी के प्रति अपनी निष्ठा बदलने के बाद से भाजपा को दार्लिजिंग में एक नए सहयोगी की तलाश थी।
क्षेत्र का एक प्रमुख राजनीतिक दल है जीएनएलएफ
जीएनएलएफ 1980 के दशक के बाद से इस क्षेत्र का एक प्रमुख राजनीतिक दल रहा है। जीएनएलएफ के नेतृत्व में ही सबसे पहले गोरखालैंड की मांग उठी थी, लेकिन जीजेएम के उदय के कारण हाल के वर्षों में उसकी राजनीतिक शक्ति में कमी आई थी।
उल्लेखनीय है कि दार्जिलिंग पहाड़ियों में छह विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से तृणमूल कांग्रेस के पास एक है और भाजपा के पास कोई सीट नहीं है। 11 गोरखा समुदायों को एसटी का दर्जा देने की मांग 11 गोरखा समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने और गोरखालैंड के स्थायी राजनीतिक समाधान की मांग पर चर्चा करने के लिए दार्जिलिंग में छोटे दलों के नेताओं के साथ एडवर्ड्स के साथ भाजपा के दार्जिलिंग के एमपी राजू बिष्ट और भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ एक बैठक की थी।
बैठक में जीएनएलएफ के अलावा, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ रिवॉल्यूशनरी मॉक्सिस्ट, ऑल इंडिया गोरखा लीग और कुछ स्थानीय संगठनों ने हिस्सा लिया। रेड्डी ने कहा कि 11 वाम-गोरखा उप-जनजातियों को शामिल करने की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है और इस प्रक्रिया को तेज करने के अनुरोध के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय भारत के रजिस्ट्रार जनरल (आरजीआई) के साथ संपर्क में हैं।