इस आतंकवादी संगठन ने इमरान सरकार के सामने रख दी ऐसी खतरनाक मांग, अब दूसरे देशों में…

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नई दिल्ली, 21 नवंबर | तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) एक दूसरे देश में एक राजनीतिक कार्यालय खोलना चाहता है, यह उन तीन मांगों में से एक है, जो आतंकवादी समूह ने अपनी शुरुआती बातचीत के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों से की थी।

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द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान और टीटीपी ने 9 नवंबर से एक महीने तक चलने वाले संघर्ष विराम में प्रवेश किया। युद्धविराम अफगानिस्तान में पाकिस्तानी अधिकारियों और टीटीपी प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठकों की एक श्रृंखला का परिणाम था। वार्ता में तालिबान सरकार, विशेष रूप से हक्कानी नेटवर्क द्वारा मध्यस्थता की गई थी।

वहीँ रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने कम से कम तीन दौर की बातचीत की-एक काबुल में और अन्य दो बैठकें खोस्त में हुईं। बता दें कि सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठकों की एक श्रृंखला में टीटीपी ने तीन मांगें कीं, जिसमें दुसरे देश में एक राजनीतिक कार्यालय खोलने की अनुमति देना, खैबर पख्तूनख्वा के साथ संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों (एफएटीए) के विलय को उलट देना और इस्लामी व्यवस्था की शुरुआत शामिल है।

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