भारत में बच्चों के लिए पहली बार लॉन्च की गई इस तरह की साइंस लैब, सीख सकेंगे बहुत कुछ

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नई दिल्ली, 23 नवंबर| बच्चों के लिए भारत की पहली वर्चुअल विज्ञान प्रयोगशाला ‘सीएसआईआर जिज्ञासा’ कार्यक्रम के तहत सोमवार को लॉन्च की गई, ये देशभर के छात्रों को वैज्ञानिकों से जोड़ेगी।

आपको बता दें कि केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने वर्चुअल लैब को एक नई शुरुआत बताते हुए कहा कि यह न केवल देश के हर कोने में छात्रों के सभी वर्गों के लिए विज्ञान से जोड़ेगी, बल्कि राष्ट्रीय शिक्षा के अनुरूप भी है। नीति (एनईपी), जहां छात्रों को किसी भी विषय को चुनने की अनुमति है और धाराओं की अवधारणा को भंग कर दिया गया है।

गौरतलब है कि मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में मंत्री के हवाले से कहा गया है कि नई सुविधा से केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और सरकारी स्कूलों के छात्रों को काफी फायदा होगा और युवाओं को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल CSIR सोसाइटी की बैठक में वैज्ञानिक-छात्र कनेक्ट कार्यक्रम – ‘जिज्ञासा’ की सराहना की थी और वर्चुअल लैब विकसित करने के महत्व पर जोर दिया था।

तदनुसार, सीएसआईआर ने ‘सीएसआईआर जिज्ञासा’ कार्यक्रम के तहत एक वर्चुअल लैब प्लेटफॉर्म विकसित करने के लिए आईआईटी बॉम्बे के साथ भागीदारी की है, जो स्कूली छात्रों के लिए प्रयोगशाला अनुसंधान के साथ कक्षा सीखने की सुविधा प्रदान करता है।विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्चुअल लैब के लक्षित दर्शक कक्षा VI से XII (11-18 वर्ष) के छात्र हैं, जो विभिन्न गतिविधियों का उपयोग करके विज्ञान का पता लगाना चाहते हैं।

सिंह ने कहा कि वर्चुअल लैब का मुख्य उद्देश्य स्कूली छात्रों को नकली प्रयोगों, शिक्षाशास्त्र आधारित सामग्री, वीडियो, चैट फ़ोरम, एनिमेशन, गेमिंग, क्विज़ के साथ एक ऑनलाइन इंटरेक्टिव माध्यम के आधार पर अपनी वैज्ञानिक जिज्ञासा को चलाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शोध प्रदर्शन और नवीन शिक्षाशास्त्र, सुविधा साझाकरण, वेबिनार आदि प्रदान करना है।

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