अब भारतीयों को लगेगा तगड़ा झटका, H-1B वीजा सस्पेंड…

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न्यूयॉर्क॥ यूएसए के प्रेसिडेंट डोनाल्‍ड ट्रम्प H-1B वीजा सस्‍पेंड करने पर विचार कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है, तो भारत को सबसे ज्‍यादा नुकसान होगा, क्‍योंकि भारत में हजारों आईटी पेशेवरों का इस वीजा के जरिए कार्य करने का सपना होता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोविड-19 संकट के कारण यूएसए में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी के मद्देनजर एच-1बी और कुछ अन्‍य वीजा को सस्‍पेंड करने की योजना बनाई जा रही है।

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वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक खबर के मुताबिक, H-1B और कुछ अन्‍य वीजा के लिए यह प्रस्तावित निलंबन अमेरिका में बाहर से आने वाले प्रोफेशनल्‍स को बड़ा झटका दे सकता है। प्रस्तावित निलंबन 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले सरकार के नए वित्तीय वर्ष में बढ़ सकता है, जब कई नए वीजा जारी किए जाते हैं। अखबार ने सीनियर अफसरों के हवाले से ये सूचना दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले से ही वीजा धारकों के प्रभावित होने की संभावना नहीं है।

हालांकि, व्हाइट हाउस की तरफ से इस पर सफाई देते हुए कहा गया है कि अभी इस मामले में कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है और प्रशासन विभिन्न प्रस्तावों पर विचार कर रहा है। प्रेसिडेंट भवन ने अपने बयान में इस खबर का खंडन नहीं किया। ऐसे में भारतीय पेशेवरों के लिए कोविड-19 महामारी में एक और परेशानी खड़ी हो गई है।

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वॉल स्‍ट्रीट जरनल की रिपोर्ट में बताया कि ट्रम्प सरकार इस वक्त बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर जूझ रहा है। यूएसए में बेरोजगारी का स्‍तर रिकॉर्ड पार कर चुका है। ऐसे में सरकार पर बहुत दबाव है। दूसरी तऱफ से विपक्ष भी बेरोजगारी के मुद्दे पर ट्रम्प को घेर रहा है। ऐसे में ट्रम्प प्रशासन कुछ सख्‍त कदम उठाने को मजबूर नजर आ रहा है।

हालांकि, ट्रम्प तर्क दे रहे हैं कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए बाहर से आने वाले को सीमित करने की आवश्यकता है। साथ ही ये भी सुनिश्चित करना है कि अमेरिकियों को नौकरियों में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। ट्रम्प प्रशासन एच-1बी वीजा के आवेदन शुल्क को बढ़ाने पर भी सोच रही है।

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