तिहाड़ जेल 37 साल बाद फिर रचेगा इतिहास, जल्लाद की तलाश में तिहाड़ जेल

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नई दिल्ली॥ निर्भया के दोषियों को जल्द फांसी हो सकती है। तिहाड़ जेल प्रशासन जल्लाद की तलाश में जुट गया है। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली की तिहाड़ जेल में कोई जल्लाद नहीं होने के कारण जेल प्रशासन ने जल्लाद मुहैया कराने के लिए देश की अन्य जेलों से संपर्क किया है।

 

निर्भया दुष्कर्म और हत्या मामले के दोषी तिहाड़ जेल में ही बंद हैं। सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जेल प्रशासन से बातचीत चल रही है। बता दें कि निर्भया से 16 दिसंबर, 2012 की रात सामूहिक दुष्कर्म के मामले में चार लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है जबकि एक आरोपी ने सुनवाई के दौरान ही खुदकुशी कर ली थी। एक दोषी को नाबालिग होने की वजह से तीन साल सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया।

सुप्रीम कोर्ट ने 12 दिसंबर 2018 को उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें केंद्र सरकार को मामले के दोषी मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को मिली फांसी की सजा पर अमल करने के निर्देश देने की मांग की गई थी। गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में आखिरी बार फांसी की सजा 13 फरवरी 2013 को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को दी गई थी।

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