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Up Kiran, Digital Desk: हर दिन की शुरुआत पंचांग से होती है, जो हमें दिन के शुभ-अशुभ मुहूर्त, ग्रह-नक्षत्रों की चाल और खास व्रतों के बारे में जानकारी देता है. आज 12 नवंबर 2025, बुधवार का दिन है. यह एक सामान्य दिन नहीं है, क्योंकि आज काल भैरव जयंती का विशेष पर्व भी मनाया जा रहा है.

आइए, जानते हैं आज के दिन की खास बातें, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और आज क्या करना आपके लिए अच्छा रहेगा.

आज का दिन क्यों है इतना खास?

आज मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, और इसी दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप, काल भैरव का प्राकट्य हुआ था. इसलिए, आज के दिन को काल भैरव जयंती के रूप में मनाया जाता है. माना जाता है कि आज के दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से हर तरह के डर, नकारात्मक ऊर्जा और शत्रुओं से मुक्ति मिलती है. जिनकी कुंडली में शनि, राहु या केतु जैसे ग्रह परेशान कर रहे हों, उनके लिए आज की पूजा विशेष फलदायी होती है.

12 नवंबर 2025 का पंचांग

तिथि: मार्गशीर्ष, कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि.

दिन: बुधवार.

नक्षत्र: मघा नक्षत्र.

योग: शुक्ल योग.

करण: बालव.

आज का शुभ और अशुभ समय 

किसी भी नए या महत्वपूर्ण काम को शुरू करने से पहले शुभ मुहूर्त देखना बहुत जरूरी होता है, ताकि काम बिना किसी बाधा के पूरा हो.

शुभ मुहूर्त (अमृत काल): सुबह 07:44 बजे से 09:29 बजे तक. यह समय किसी भी नए काम की शुरुआत, पूजा-पाठ या यात्रा के लिए बहुत उत्तम है.

अशुभ मुहूर्त (राहुकाल): दोपहर 12:12 बजे से 01:34 बजे तक. राहुकाल के समय कोई भी नया या मांगलिक कार्य करने से बचना चाहिए. इस दौरान शुरू किए गए कामों में अक्सर अड़चनें आती हैं. 

आज क्या करें और क्या न करें?

आज बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है. पूजा में उन्हें दूर्वा चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं. काल भैरव जयंती होने के कारण आज शाम के समय सरसों के तेल का दीपक जलाकर काल भैरव की आरती करना बहुत शुभ माना जाता है. आज के दिन किसी भी जानवर, खास तौर पर कुत्ते को परेशान न करें. हो सके तो उन्हें कुछ खाने को दें. उत्तर दिशा की ओर यात्रा करने से बचें. अगर यात्रा बहुत जरूरी हो, तो घर से कुछ तिल या धनिया खाकर निकलें. पंचांग हमें सिर्फ समय की जानकारी नहीं देता, बल्कि यह हमें बताता है कि हम अपने दिन को और बेहतर और सफल कैसे बना सकते हैं.