नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक खेलों में शनिवार को भारत के निशानेबाजों ने धमाल मचा दिया और गोल्ड और सिल्वर मेडल पर कब्जा कर लिया। यहां पैरा खिलाड़ी मनीष नरवाल ने शूटिंग के P4 मिक्सड 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल पर निशाना लगाया जबकि इसी इवेंट में भारत के ही सिंहराज अडाना ने सिल्वर मेडल पर निशाना लगा।
दोनों ही खिलाडियों एक निशाना सही लगा और दोनों ने मेडल अपने नाम कर लिया। इस गोल्ड के साथ ही मनीष ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिला दिया है। उन्नीस साल के नरवाल ने पैरालम्पिक खेलों का रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 का स्कोर किया। वहीं मंगलवार को ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले अडाना ने 216.7 प्वॉइंट्स हासिल कर सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया।
वहीं रूस ओलंपिक समिति के सर्जेइ मालिशेव को 196.8 प्वॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ा। इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में अडाना 536 प्वॉइंट्स लेकर चौथे और नरवाल 533 प्वॉइंट्स लेकर सातवें स्थान पर थे। हालांकि भारत के आकाश फाइनल में जगह नहीं बना सके थे। इस इवेंट में निशानेबाज एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं, क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है जो रीढ़ की हड्डी में चोट या अंग कटने की वजह से होता है। कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं।
मनीष से पहले निशानेबाजी में ही अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था। यह भारत का निशानेबाजी में पहला गोल्ड मेडल था। अवनि ने इसके साथ ही 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन एसएच1 इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता किया था। अवनि इस तरह दो पैरालंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं। इसके साथ ही भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने इन खेलों में पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में कई बार वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ते हुए दूसरा गोल्ड मेडल दिलाकर शानदार डेब्यू किया था।