पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले BJP से मिल रही कड़ी चुनौती के बीच तृणमूल कांग्रेस ने कई बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। पार्टी की चुनाव समिति ने घोषणा की है कि 80 साल से अधिक उम्र के उम्मीदवारों को इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा।
सोमवार को पार्टी की चुनाव समिति की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमें इस फैसले की जानकारी दी गई है। समिति के सदस्य और ममता कैबिनेट में मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि जिन उम्मीदवारों की उम्र 80 साल से अधिक हो गई है, इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब BJP को माकपा और कांग्रेस का भी सहयोग मिलने लगा है। इसके अलावा कई अन्य पार्टियां भी उनके साथ मिल रही हैं। उन्होंने BJP और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां अब धर्मनिरपेक्ष नहीं रह गई हैं। फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी को लेकर गठबंधन बना रहे माकपा और कांग्रेस पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सुब्रत ने कहा कि अब इन दोनों पार्टियों की भी असलियत खुलकर सामने आ गई है।
आपको बता दें कि रविवार को कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान में माकपा, कांग्रेस और अब्बास सिद्दीकी की नवगठित पार्टी इंडियन सेकुलर फ्रंट में संयुक्त मोर्चा बनाने की घोषणा की थी। इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सिद्दीकी को इस्लामी कट्टरपंथी कहा है और आरोप लगाया है कि वह शरीयत कानून को मानते हैं और भारत के संविधान का उनके लिए कोई सम्मान नहीं है। इसके बाद कांग्रेस और वामदलों का सिद्दीकी के साथ गठबंधन सवालों के घेरे में है।