इस मामले में नंबर-1 बना उत्तर प्रदेश, सिर्फ आठ दिनों में यहां के लोगों कर दिखाया ये कमाल

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उत्तर प्रदेश॥ कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश अपनी जांच क्षमता में लगातार विस्तार करता जा रहा है। राज्य प्रतिदिन होने वाली टेस्टिंग से लेकर कुल जांच के मामले में देश में पहले पायदान पर बना हुआ है और अब लाखों की टेस्टिंग का आंकड़ा भी बेहद तेजी से पूरा किया जा रहा है।

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने गुरुवार को ही कुल कोरोना जांच का आंकड़ा 50 लाख पार किया था। ऐसा करने वाला वह देश का पहला राज्य बना है। इसके बाद अब शुक्रवार को महज चौबीस घंटे के भीतर ही यूपी में कुल जांच की संख्या 52 लाख से अधिक हो गई है। इससे पता चलता है यहां कितनी रफ्तार से कोरोना जांच की जा रही है।

राज्य में पहला कोराना केस 02 मार्च को सामने आया था, तब मार्च के पहले सप्ताह में जांच नमूने राज्य के बाहर भेजे जाते थे। मार्च के अन्तिम सप्ताह से प्रदेश में कोरोना जांच शुरू की गई। दो महीने बाद 06 मई को राज्य ने कुल 01 लाख कोरोना जांच का आंकड़ा छुआ। इसके बाद जांच में तेजी लाई गई और अगले 16 दिन में 22 मई को 02 लाख जांच का लक्ष्य हासिल किया गया।

जांच में और तेजी लाने की बदौलत इसके बाद महज 25 दिन में 03 लाख टेस्ट और किए गए तथा 16 जून को कुल जांच की संख्या 05 लाख पहुंच गई। वहीं अगले 05 लाख टेस्ट 20 दिन में किए गए तथा 06 जुलाई को प्रदेश में कुल कोरोना टेस्टिंग की संख्या 10 लाख पर पहुंच गई। इसके बाद से गति लगातार बढ़ती गई। फिर 22 दिन में 28 जुलाई को 20 लाख का आंकड़ा हासिल ​किया गया। वहीं अगली 10 लाख कोराना जांच महज 12 दिनों में की गई और 09 अगस्त को प्रदेश में कुल कोरोना जांच की संख्या 30 लाख पहुंच गई।

इसके बाद अगले 10 दिनों में 10 लाख जांच का रिकार्ड बनाते हुए 19 अगस्त को कुल कोरोना नमूनों की जांच की संख्या 40 लाख पहुंच गई। इसके बाद अगले 10 लाख टेस्ट और भी कम मात्र 08 दिनों में किए गए और 27 अगस्त को 50 लाख का आंकड़ा पार कर लिया गया। इस तरह उत्तर प्रदेश कोरोना टेस्टिंग में अपने पुराने रिकार्ड तोड़कर नई उपलब्धि हासिल करता जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब 1.50 लाख प्रतिदिन कोरोना जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक मैनपावर की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सभी प्रयास जारी रखे जाएं। मेडिकल टेस्टिंग, विशेष रूप से रैपिड एन्टीजन टेस्ट की संख्या में वृद्धि की जाए। प्रत्येक जनपद में एंटीजन टेस्ट होने चाहिए। वहीं आरटीपीसीआर मशीन से किए जाने वाले टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि सर्विलांस को बेहतर करने के साथ ही, इंटीग्रेटेड कमाण्ड ऐण्ड कन्ट्रोल सेण्टर की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।

 

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