यूपी : लव जिहाद पर कोर्ट ने सुनाया पहला फैसला, सादाब आलम को दी इतने साल की सजा

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ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के मामले में जिला कोर्ट ने अपना पहला फैसला सुनाया है। गौतमबुद्धनगर जिला न्यायालय ने लव जिहाद के एक मामले में आरोपित को 20 साल के कठिन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने लव जिहाद के दोषी पर 25 हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाया है। वर्तमान में आरोपित जेल में है। लव जिहाद के किसी आरोपित को इस तरह सजा सुनाने का यह पहला मामला है।

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यह है पूरा मामला

वर्ष 2015 में दसवीं की छात्रा के पिता ने नोएडा की सेक्टर 49 कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने केस में मजबूत पैरवी की और गवाहों को टूटने नहीं दिया। मजबूत पैरवी व साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने फैसला सुनाया है। वर्ष 2015 में मूल रूप से बिहार के रहने वाले एक व्यक्ति ने सेक्टर 49 कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था कि उनकी नाबालिग बेटी जो कि दसवीं की छात्रा है को सादाब आलम भगाकर ले गया है।

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पीड़िता को पुलिस ने पश्चिम बंगाल से बरामद किया था। आरोपित भी मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। पुलिस ने पीड़िता को बरामद कर कोर्ट में उसके बयान कराएं तो पता चला कि आरोपित ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया था। पीड़िता के बयान के आधार पर केस में दुष्कर्म की धारा बढ़ी और मामला कोर्ट में ट्रायल पर शुरू हुआ।

ट्रायल के दौरान कई बार पीड़ित पक्ष पर गवाही नहीं देने का दबाव बनाया गया, लेकिन पुलिस ने आरोपित पक्ष को अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया। गवाही व साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने सादाब आलम को 20 साल की सजा सुनाई है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार लव जिहाद और धर्म परिवर्तन को लेकर नया कानून लाने जा रही है। मध्य प्रदेश भी इस तरह का एक कानून लाने जा रहा है।

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