लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनावी हलचल तेज हो गयी है। बीते दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच हुई मुलाकात के बाद गठबंधन की अटकलें तेज हो गयी थी। बताया जा रहा था कि दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश यादव आज मैनपुरी में हैं। खबर तो ये भी थी कि उनके साथ चाचा शिवपाल भी रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शिवपाल अखिलेश के साथ प्रचार में नहीं दिखे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीट बंटवारे को लेकर अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच फिर पेंच फंस गया है। दरअसल अखिलेश यादव, शिवपाल के छोटे बेटे अंकुर यादव को टिकट नहीं देना चाहते हैं। इसे साथ ही वह शिवपाल की पार्टी को भी मात्र सिर्फ 3-4 सीटें ही देना चाहते हैं। वहीं शिवपाल पहले ही सीटों से जुड़ी अपनी लिस्ट सपा प्रमुख को भेज चुके हैं।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीते गुरुवार अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के सुप्रीमो शिवपाल सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी। उनकी ये मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली थी। इस दौरान दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात भी ‘तय’ हुई। इसके बाद अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल के साथ अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, “प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई, क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति समाजवादी पार्टी को लगातार मजबूत कर रही है, यह सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की तरफ ले जा रही है।”
वहीं प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने भी वही तस्वीर टैग करते हुए ट्वीट किया था, “आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आवास पर शिष्टाचार भेंट की, इस दौरान उनके साथ आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में साथ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा हुई।”