UP election final phase: यूपी में सातवें चरण के चुनाव में योगी सरकार के कई मंत्रियों के साथ-साथ कई बाहुबलियों (Abbas and Mukhtar) की भी किस्मत दांव पर है। पूर्वांचल में कई बाहुबलियों का बोलबाला रहा है और इन बाहुबलियों की चुनावी ताकत भी वक्त वक्त पर देखने को मिलती रही है। सातवें चरण में देखें तो कई बाहुबली सीधे या फिर उनके कोई रिश्तेदार चुनावी मैदान में हैं।
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उनका बेटा अब्बास चुनावी मैदान में उतरा है। इसके अलावा बृजेश सिंह के भतीजे भी इस बार अपनी चुनावी किस्मत (UP election final phase) आजमा रहे हैं। इन बाहुबलियों में धनंजय सिंह का भी नाम शामिल है, जोकि जौनपुर की माल्हानी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
अब्बास अंसारी के विरूद्ध BJP के अशोक सिंह चुनावी मैदान में हैं। सातवें चरण में मऊ सीट सबसे चर्चित सीटों में से एक है। आपको बता दें कि मऊ की इस सीट से मुख्तार अंसारी 25 सालों से विधायक हैं। लेकिन इस बार उनकी जगह उनके बेटे ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया है। (UP election final phase)
चंदौली जिले की सैयद राजा सीट से BJP ने बाहुबली बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह का चुनावी मैदान में उतारा हैं। वह चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं। सुशील सिंह की वजह से ही बृजेश सिंह की भी किस्मत दांव पर है। बसपा ने यहां से अमित कुमार यादव और समाजवादी पार्टी ने मनोज कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। (UP election final phase)
कुछ और बाहुबलियों (Abbas and Mukhtar) की बात करें तो इनमें ज्ञानपुर विधानसभा से निरंतर चार बार के विधायक विजय मिश्रा भी चुनावी मैदान में हैं। इस बार वह आगरा जेल में बंद हैं। उनके परिवार ने विजय मिश्रा के लिए चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला। वाराणसी के पिंडरा विधानसभा सीट से अजय राय चुनावी मैदान में हैं। अजय राय की भी काफी धाक है। कुल मिलाकर देखें तो यूपी में सातवें चरण में 9 जिलों की 54 सीटों पर विधानसभा के चुनाव (UP election final phase) हो रहे हैं। यूपी के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
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