प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब घटकर 24,431 हो गई है। ये 17 सितम्बर को आए अभी तक के उच्चतम स्तर 68,235 से 43,804 कम है। इस तरह लगातार सातवें सप्ताह भी उच्चतम स्तर से वर्तमान में सक्रिय मामलों में लगभग 64.2 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। बीते चौबीस घंटे में संक्रमण के 2,237 नये मामले सामने आए हैं। इसी दौरान 2,590 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। राज्य में अब कोरोना मरीजों की रिकवरी दर बढ़कर 93.45 प्रतिशत हो गई है।
अब तक कुल 4.48 लाख मरीज इलाज के बाद हुए स्वस्थ
अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि इसके साथ ही राज्य में अब तक कुल 4,48,644 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं संक्रमण के बाद अब तक कुल 7,007 मरीजों की मौत हुई है। इसमें भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। एक समय में प्रतिदिन सौ से अधिक मौतों के मामने सामने आ रहे थे, वहीं अब इसमें एक चौथाई से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है। बीते चौबीस घंटे में 24 लोगों ने दम तोड़ा है।
अब तक कुल 1.47 करोड़ कोरोना नमूनों की हुई जांच
अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,48,222 सैम्पल की जांच की गयी। वहीं प्रदेश में अब तक कुल 1,47,17,483 सैम्पल की जांच की गयी है।
11,278 मरीज होम आइसोलेशन में करा रहे इलाज
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में होम आइसोलेशन में 11,278 मरीज हैं। वहीं अन्य मरीज निजी अस्पतालों व शेष राज्य सरकार की एल-1, एल-2 व एल-3 की व्यवस्था के तहत सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। अब तक 2,70,897 मरीजों ने होम आइसोलेशन की सुविधा का विकल्प लिया है, जिनमें से 2,59,619 मरीजों के इलाज का समय पूरा होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज घोषित कर दिया गया है।
2,490 लोगों ने एक दिन में किया ई-संजीवनी का प्रयोग
इसके साथ ही ई-संजीवनी पोर्टल का प्रदेश के लोग लगातार इस्तमाल कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में इस पोर्टल का सबसे ज्यादा दैनिक उपयोग किया जा रहा है। इस पोर्टल से घर बैठे डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं। गुरुवार को 2,490 लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। अब तक कुल 1,73,911 लोग इस पोर्टल के जरिए चिकित्सीय लाभ ले चुके हैं।
6,478 बच्चों ने एक दिन में सरकारी अस्पतालों में लिया जन्म
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सरकारी अस्पतालों में प्रसव की सुविधाएं पहले की तरह मुहैया करायी जा रही हैं। 28 अक्टूबर को प्रदेश में 6,478 शिशुओं ने सरकारी अस्पतालों में जन्म लिया। इनमें 6,214 नॉर्मल डिलीवरी और 264 सिजेरियन प्रसव हुए।