काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान को रोकने के लिए अमेरिका ने एफ-16 फाइटर प्लेन से हवाई हमला शुरू कर दिया है। इससे पहले अमेरिका ने बी-52 बॉम्बर का प्रयोग किया था। जानकारी के अनुसार यह हमला पूर्वी और दक्षिण अफगानिस्तान में किया गया है।
अमेरिकी वायु सेना की मध्य कमान दक्षिण और पूर्वी अफगानिस्तान के पश्तून गढ़ों में तालिबान के ठिकानों पर हमला करने के लिए बी-52 बमवर्षकों और एसी-10 स्पेक्टर गनशिप का भी इस्तेमाल कर रही है। अमेरिकी विमानों ने जौजान में शेबर्गन और हेलमंद में लश्कर गाह पर भी बमबारी की है।
इससे पहले भी अमेरिकी सैन्य बल ने तालिबान को रोकने के लिए कई बार उनके ठिकानों पर हवाई हमले किया है। हालांकि अमेरिका के अफगानिस्तान से अपनी सेना हटाने की घोषणा के बाद से तालिबान के हमले तेज हो गए हैं।
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता फवाद अमन ने ट्वीट कर बताया है कि वायु सेना ने आज तालिबान के जमावड़े और ठिकानों पर पर हमला कर 200 आतंकियों को मार दिया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इन हवाई हमलों में तालिबान के हथियार और गोला-बारूद के साथ उनके 100 से अधिक गाड़ियां भी बर्बाद हुई हैं।
अमेरिकी सेना के वापस जाने के बाद तालिबान तेजी से अफगानिस्तान पर कब्जा कर रहा है। 48 घंटे के अंदर तालिबान लड़ाकों ने देश की तीन प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा जमा लिया है। शुक्रवार को तालिबानी लड़ाकों ने निरमोज प्रांत की राजधानी जरांज पर कब्जा जमा लिया था। जिसके बाद शनिवार को इस आतंकी संगठन ने जोजजान में शेबर्गन शहर पर कब्जा कर लिया। रविवार को तालिबान ने सार-ए-पुल प्रांत की राजधानी कुंदुज पर अधिकार जमा लिया है।