बदायूं । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुखिया योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। वहीँ सूबे में भ्रष्टाचार का खेल सरे-आम चल रहा है। खबर जिला बदायूं (Uttar Pradesh) के जिलाधिकारी ने सहसवान क्षेत्र के एक कानूनगो को इसलिए निलंबित कर दिया क्योंकि उसने बसपा के एक नेता को इतना तंग किया था कि उसको मजबूरन आत्महत्या करनी पड़ी।
सहसवान में बसपा के पूर्व विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष की मौत के मामले में कानूनगो ओमकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस मामले की डीएम ने मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दिये हैं। आरोप है कि पट्टे की फाइल रिन्युवल कराने के लिये बसपा नेता को इतना प्रशासन ने परेशान किया जिससे परेशान होकर उनसे जहर खाकर जान दी। जिस पर मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश कर दिये हैं।(Uttar Pradesh)
सोमवार को डीएम कुमार प्रशांत के आदेश पर सहसवान तहसील (UP) में जहर खाकर जान देने वाले बसपा नेता के मामले में मजिस्ट्रीयल जांच बैठा दी। सुसाइड नोट में कानूनगो ओमकार पर 50 हजार की रिश्वत मांगने की बात पर डीएम ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित करा दिया है। बता दें कि शनिवार की शाम को रसूलपुर टप्पा मसलई निवासी सहसवान में बसपा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरवीर ने तहसील परिसर में जहर खा लिया था। उपचार के लिये बरेली तक ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी।(Uttar Pradesh)
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि एसडीएम से असंक्रमणीय भूमि को संक्रमणीय की मागं कर रहे थे। जिस पर एसडीएम ने अभद्रता करते हुए उन्हें अपमानित किया था जिससे अपमानित होने के बाद बसपा के पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष रहे हरवीर ने सुसाइड कर लिया था।(Uttar Pradesh)