पिथौरागढ़। उत्तराखंड (Uttarakhand Legislative Assembly election 2022) के पिथौरागढ़ जिले के बेलतड़ी इलाके में सड़क की मांग को लेकर 38 दिन से महिलाएं धरने पर बैठी है। इस धरना प्रदर्शन में आसपास के छह गांवों की महिलाएं शामिल हैं। महिलाओं का कहना है कि लंबे समय से वे सड़क की उम्मीद लगाए बैठीं हैं। बावजूद इसके उनकी इस मांग को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। महिलाओं ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘अब वे रोड नहीं तो वोट नहीं की नीति पर चलेंगीं।’
बता दें कि सबसे पहले बेलतड़ी में मनोहरी देवी व रुकमणी देवी धरने पर बैठीं। उसके बाद उनके समर्थन अन्य महिलाएं भी वहां पहुंच गयी और सरकार विरोधी नारे लगाने लगीं।महिलाओं ने कहा आजादी के 75 साल बाद भी गांवों तक सड़क न पहुंचना सरकार की विफलता है। उन्होने बताया कि धरने को 38 दिन हो गए लेकिन न तो प्रशासन ने उनकी सुधि ली और न ही जनप्रतिनिधियों ने।
इधर मड़कनाली-सुरखालपाठक सड़क के लिए ग्रामीण 113वें दिन भी अनशन पर बैठे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन-प्रशासन उनकी अनदेखी कर रहा है। सोमवार को गणेश सिंह और हिमांशु सिंह धरने में बैठे। इस दौरान उन्होंने कहा आजादी के 75 साल बाद भी मड़कनाली, सुरखालपाठक के ग्रामीण सड़क सुविधा से वंचित हैं।
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