उत्तराखंड॥ राज्य से एक अहम खबर आई है। दरअसल, अब यमुनोत्री धाम पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। जिसको लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन भी सतर्क है।
जानकारी के मुताबिक यमुनानदी के उद्गम और सप्त ऋषिकुण्ड से निकलने वाली तीन धाराओं की तलहटी मलबे और बोल्डरों से पट गई है। इससे यमुनोत्री धाम और मंदिर परिसर के साथ ही तटवर्ती क्षेत्रों पर आपदा के खतरे की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि मलबा व बोल्डर खतरे का कारण बन सकते हैं। परन्तु प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।
आपको बता दें कि सलाना बढ़ रही मलबा व बोल्डरों की मात्रा
यमुना के उद्गम यमुनोत्रीधाम में सप्त ऋषिकुंड की ओर निकलने वाली तीन धाराओं की तलहटी सालों से मलबे व बोल्डरों से पटी हुई है। इस क्षेत्र में हर वर्ष मलबा व बोल्डरों की मात्रा बढ़ती जा रही है।
यही नहीं यमुना नदी के मुहाने व मंदिर परिसर के मध्य लगभग 100 से 150 मीटर दायरे में मलबा व बोल्डरों के कारण नदी का प्रवाह मंदिर की ओर हो गया है। इससे धाम में किए गए सुरक्षात्मक कार्यों की नींव पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि यमुनोत्री धाम में जमा गाद, मलबा व बोल्डरों को वक्त से न हटाया गया तो इससे बड़ी तबाही हो सकती है। इसका असर धाम के साथ ही यमुना के तटीय इलाकों में हो रहे निर्माण कार्यों पर पड़ सकता है।