यूपी किरण डेस्क। उत्तराखंड में डी एल एड बेरोजगारों का कोई पुरसाहाल नहीं है । विगत ग्यारह दिनों से प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ननूरखेड़ा में धरनारत डी एल एड बेरोजगारों की मांगों पर शासन प्रशासन गौर नहीं कर रहा है। डी एल एड बेरोजगारों ने कहा है कि जब तक सरकार प्रथमिक विद्यालयों में रिक्तियां नहीं निकालती तब तक धरना जारी रहेगा।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में लगभग चार हजार पीआरटी शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इसके बावजूद उत्तराखंड सरकार पीआरटी शिक्षकों की रिक्तियां नहीं निकाल रही है। सरकार की प्राथमिकताओं में शायद शिक्षा नहीं है।
उधर डी एल एड बेरोजगारों ने कहा है कि मांगे पूरी होने तक धरना अनवरत जारी रहेगा।
--Advertisement--