img

Up Kiran, Digital Desk: बिहार के पूर्वी चंपारण के टिकुलिया गांव में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पूरे इलाके में चिंता की लहर दौड़ा दी। सोशल मीडिया पर लोकप्रियता पाने के चक्कर में कुछ युवकों ने गांव की सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, जो समुदाय के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती थी। लेकिन मोतिहारी पुलिस की फुर्तीली कार्रवाई ने इस गैरजिम्मेदाराना हरकत को जल्द ही नाकाम कर दिया।

गांव के बाहर लगा विवादित बोर्ड, विवाद का कारण
टिकुलिया गांव में एक बोर्ड लगाया गया था, जिस पर लिखा था कि ब्राह्मणों को पूजा-पाठ कराने की अनुमति नहीं है। इस कदम ने गांव की पुरानी सांझी विरासत और सामाजिक मेलजोल को गहरा झटका दिया। जांच पड़ताल में पता चला कि इस विवादित बोर्ड को मंदीप कुमार नाम के एक यूट्यूबर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर लगवाया था। इसका मकसद विवाद खड़ा कर यूट्यूब पर नाम कमाना था। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए आदापुर थाना में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

तीन युवकों की मिलीभगत में सोशल सेंसेशन के लिए सामाजिक शांति भंग करने की साजिश
मंदीप कुमार, जो टिकुलिया के रहने वाले कृष्णा राय के बेटे हैं, ने अपने साथी संजीत कुशवाहा (बखरी) और मनीष कुमार (भेलवा) के साथ मिलकर यह विवादास्पद बोर्ड लगवाया था। उनकी इस हरकत का मकसद केवल विवाद पैदा कर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरना था। हालांकि, गांव के बुद्धिजीवी और सामाजिक नेता इस साजिश को तुरंत समझ गए और पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद बोर्ड को हटवा दिया गया।

पुलिस अधीक्षक ने जताई नाखुशी, दी चेतावनी
मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने इस घटना पर गहरा खेद जताया। उन्होंने बताया कि मंदीप कुमार पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जिनमें शराबबंदी उल्लंघन, चोरी, अश्लीलता और मारपीट जैसे 11 मामले शामिल हैं। पुलिस प्रमुख ने साफ किया कि ऐसे लोग समाज में दरार डालने की कोशिश करते हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें कभी सफलता नहीं मिलने देगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग गलत सूचनाओं और नफरत फैलाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इस घटना से जुड़े सभी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

--Advertisement--