अभी-अभी- देश के इस दिग्गज नेता पर हो गया जानलेवा हमला, खबर लगते ही मचा हड़कंप

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नई दिल्ली॥ राज्यसभा से नागरिकता संशोधन बिल-2019 पास होते ही पूर्वोत्तर सुलग गया है। कई जगहों पर प्रदर्शन हिंसक का दौर जारी है। देर रात असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ स्थित आवास और केंद्रीय राज्यमंत्री रामेश्वर तेली के दुलियाजन स्थित आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। गुवाहाटी के होटल ताज में जापानी पीएम शिंजो आबे के स्वागत में बनाया गया रैंप भी जला दिया गया।

असम के चाबुआ और पानीटोला स्टेशन को आग लगा दी गई। गुवाहाटी में शाम से बेमियादी कफ्र्यू लगाना पड़ा। असम के दस जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बृहस्पतिवार शाम सात बजे तक बंद कर दी गई। असम में 31 ट्रेनें या तो रद्द करनी पड़ीं या उनका रूट घटा दिया गया। तिनसुखिया, जोरहाट और डिब्रूगढ़ में भी कफ्र्यू लगा दिया गया है। दोनों जगहों पर विश्वविद्यालय में परीक्षाएं 16 तक स्थगित कर दी गई हैं।

त्रिपुरा में दूसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। विरोध-प्रदर्शन बेकाबू होता देख सरकार ने सेना की तीन टुकडिय़ों को भेजा है। इनमें से त्रिपुरा में दो और असम में एक टुकड़ी भेजी गई है। कश्मीर घाटी से सीआरपीएफ की 20 कंपनियां असम पहुंच गई हैं। शाम तक विशेष विमान से पांच हजार जवान गुवाहाटी पहुंच गए हैं।

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नाराज प्रदर्शनकारियों ने दिसपुर में सचिवालय के पास एक बस को आग के हवाले कर दिया। गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और रबर की गोलियां तक चलानी पड़ीं। असम में अस्सी के दशक में हुए असम आंदोलन के बाद पहली बार इतनी बड़ी तादाद में आम लोग सड़कों पर उतरे हैं। प्रदर्शनकारियों के चलते गुवाहाटी एयरपोर्ट पर असम के सीएम सर्बानंद सोनेवाल कुछ देर के लिए फंसे रहे।

त्रिपुरा के कंचनपुर और मानू में सेना की दो टुकडिय़ां सड़कों पर उतार दी गईं। अगरतला में पुलिस ने नागरिकता विधेयक का विरोध कर रही कुछ महिलाओं को हिरासत में ले लिया। ये महिलाएं केंद्र सरकार के विरूद्ध नारेबाजी कर रही थीं और उनकी मांग थी कि इस राज्य को विधेयक से अलग रखा जाना चाहिए।

नागरिकता विधेयक का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की राज्य सचिवालय के सामने पुलिस से झड़प हो गई। सचिवालय के सामने जमा छात्रों को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े। कुछ हिम्मती छात्रों ने इन गोलों को उठा कर वापस पुलिस की ओर फेंक दिया। गुस्साए छात्रों ने पुलिस का बैरीकेड भी तोड़ डाला। इस लाठीचार्ज में कई छात्र जख्मी हो गए।

गुस्साए छात्रों ने कहा कि ये सीएम सर्बानंद सोनेवाल सरकार की बर्बरता है। जब तक यह विधेयक वापस नहीं होता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। असम के डिब्रूगढ़ में भी छात्रों की पुलिस से भिड़ंत हो गई। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पूर्वोत्तर में चल रहे विरोध के बाद स्पाइसजेट, विस्तारा, इंडिगो ने असम जाने वाली अपनी सभी फ्लाइट को रद्द कर दिया है।

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