उन्नाव। लगभग वर्ष 3, निर्माण लगभग लागत 5 लाख रुपए। यह कहानी है नगर पंचायत न्योतनी में पानी की टंकी की। क्षेत्र के बीचोबीच में सौर ऊर्जा के प्लांट से बनी यह टंकी आज की तारीख में शोपीस मात्र बन कर रह गई है। वहीं नगर पंचायत न्योतनी के नेता इमरान अहमद का कहना है कि पानी की टंकी नाम मात्र की शेष है।
पंचायत के बीचो-बीच चौराहे पर निर्मित इस टंकी में प्राय: पानी नहीं रहता वहीं टोटी भी इस टंकी से दूर हैं। प्रदेश की योगी सरकार की मंशा है कि पानी की टंकियों में पानी भरवाया जाए और सप्लाई चालू कराई जाए पर सरकार की इस मंशा पर सरकारी कर्मचारी ही पलीता लगा रहे हैं। आखिर इसका ज़िम्मेदार कौन है, चेयरमैन या ईओ ? इन दोनों की मिलीभगत से यह पानी की टंकी शो पीस बन कर रह गई है।
सरकार के लाखों रुपए पानी में जा चुके हैं। सरकारी कर्मचारी इस समस्या पर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे न्योतनी व आसपास के लोग एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। पूरा न्योतनी पानी की किल्लत का सामना कर रहा है। अब यह देखना रोचक होगा कि पानी की टंकी की इस उदासीनता पर आला अधिकारियों क्या कार्रवाई करते हैं?