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लोकसभा में दो गुट एक साथ लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन और कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन। इस बीच उत्तर प्रदेश में मतदाताओं को तीन विकल्प मिलेंगे। बसपा प्रमुख मायावती ने आज अपने जन्मदिन पर बड़ा ऐलान किया है। मायावती ने ऐलान किया है कि वो लोकसभा इलेक्शन अकेले लड़ेंगी।

इसके साथ ही मायावती ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जुबानी हमला बोला है। छिपकली की तरह रंग बदलते हैं अखिलेश यादव, इनसे सावधान रहना चाहिए। अफवाहें फैल रही हैं कि मैं संन्यास ले लूंगी। मैं अभी रिटायर नहीं होने वाली। मायावती ने कहा है कि वह आखिरी दम तक पार्टी के लिए काम करती रहेंगी।

उन्होंने कहा कि गठबंधन करने से पार्टी को फायदा कम, नुकसान ज्यादा होता है। हमारा वोट प्रतिशत भी घटता है। मगर इससे अन्य पार्टियों को फायदा होता है। इसलिए ज्यादातर पार्टियां बसपा के साथ गठबंधन कर इलेक्शन लड़ना चाहती थीं। हमारी पार्टी अकेले लोकसभा इलेक्शन लड़ेगी और अच्छे रिजल्ट लाएगी। हम अकेले इलेक्शन लड़ रहे हैं क्योंकि इसका सर्वोच्च नेतृत्व एक दलित के हाथ में है। गठबंधन करने से बीएसपी का पूरा वोट तो अग्रणी पार्टी को चला जाता है, मगर लीडिंग पार्टी का वोट, खासकर जातिगत वोट, बीए

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