उत्तर प्रदेशवासियों को अभी ठंड से राहत मिलते हुए नज़र नहीं आ रही है. आपको बता दें कि बर्फ से ढके उत्तराखंड के पहाड़ों से होकर आ रही उत्तरी पश्चिमी बर्फीली हवाओं से पूरा उत्तर प्रदेश ठिठुर रहा है। दिन व रात के तापमान में भारी गिरावट के साथ गलन व ठिठुरन बढ़ गई है।
वहीँ मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के सभी स्थानों पर दिन व रात का तापमान सामान्य से काफी कम दर्ज हो रहा है। यह शीत लहर प्रदेश वासियों को दो दिन और परेशान करेगी। जिलों में ठंड की वजह से स्कूल-कालेज बंद करने पड़े हैं वहीं ट्रेनों और हवार्ई यात्राएं प्रभावित हैं। ठंड के कारण प्रदेश में शनिवार को 18 और लोगों की मौत हो गई।
शुक्रवार की रात प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान अलीगढ़ रहा जहां पारा 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इससे पहले अलीगढ़ में 46 साल पहले 30 दिसम्बर 1973 को रात का पारा अब तक का सबसे कम दर्ज हो चुका है।
गौरतलब है कि इसी तरह मेरठ में 4.4, कानपुर में 2, झांसी में 2.3 और बहराइच में 2 डिग्री सेल्सियस रात का तापमान दर्ज हुआ। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों के दरम्यान प्रदेश के विभिन्न अंचलों में प्रचण्ड शीतलहर चल सकती है। इन अगले दो दिनों में प्रदेश में ठण्ड का प्रकोप और गहरा सकता है। कानपुर में इससे पहले 17 दिसम्बर 2011 को 1.8 और 28 दिसम्बर 2012 को 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हो चुका है। कानपुर में रात का अब तक सबसे कम तापमान 13 जनवरी 2013 को – 1.1 डिग्री दर्ज हुआ था।
मौसम निदेशक जे.पी.गुप्त का कहना है कि दो दिन अभी ठण्ड और रहेगी, उसके बाद मौसम में थोड़ा सुधार होगा फिर पहली से तीन जनवरी के बीच प्रदेश के विभिन्न अंचलों में बारिश होगी जिससे सर्दी और बढ़ सकती है। लखनऊ और आसपास के इलाके के साथ प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दिन में धूप नहीं निकली और ‘कोल्ड डे’ की वजह से दिन में कुहासा छाया रहा और ठिठुरन बनी रही। जनजीवन मौसम के इस तीखे तेवर से बेहाल हो रहा है।